ऊना: प्रदेश में इन दिनों गर्मी सितम ढा रही है. पहाड़ी राज्य हिमाचल में ही अधिकतम तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंचने लगा है. तपती गर्मी से लोगों का घरों से निकलना तक दुभर हो गया है.
प्रदेश के ऊना में इन दिनों आसमान से आग के गोले बरस रहे है. ऊना जिला में तापमान अधिकतम तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है. गर्मी के कारण लोगों ने घरों से बाहर निकलना कम कर दिया है. जिसके चलते बाजार में लोगों की आवाजाही कम हो गई है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऊना में सूर्य देव सुबह सात बजे से ही आसमान से आग के गोले बरसाने शुरू कर देते हैं. जिससे लोग सुबह से ही घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं. ऊना में बढ़ते तापमान के चलते स्कूल की समय सारिणी में भी परिवर्तन किया गया ताकि बच्चों को धूप से परेशानी न हो. हर कोई व्यक्ति गर्मी से बचने के लिए ठंडे पेय पदार्थों का उपयोग करके गर्मी से निजात पा रहे हैं. बाजार में ठंडे पेय पदार्थों की दुकानों पर भीड़ जुटी रहती है.
चिलचिलाती धूप और तेज लू के थपेड़ों से हाल यह है कि दो पहिया वाहनों पर बिना हेलमेट पहने लोग चेहरों पर कपड़ा बांधकर चलाने को मजबूर हैं. वहीं, सड़कें वीरान पड़ने लगी हैं, केवल रुट की बसें या इक्का दुक्का वाहन ही सड़कों पर नजर आ रहे हैं.
पढ़ें- शरारती तत्व उखाड़ ले गए पेयजल लाइन, भीषण गर्मी में 3 दिन से प्यासे चार गांव के लोग
मंडी जिला की करें तो यहां पर भी ज्यादातर स्थानों पर गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है. मंडी शहर दोपहर को सुनसान सा हो रहा है, लोग चिलचिलाती गर्मी को देखते हुए अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं. बीते दिन भी मंडी का तापमान 40 के पार चला गया था. मंडी में गर्मी के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों और बजुर्गों को काफी पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, बारिश न होने के कारण किसान भी मक्की आदि फसलों की बुआई नहीं कर पाए हैं.
पढ़ें- रोहतांग परमिट में गड़बड़ी करने वाले 100 से अधिक वाहन हुए ब्लैक लिस्ट, प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई
कुल्लू में तेज हुई गर्मी
प्रदेश के मैदानी इलाकों के बाद अब जिला कुल्लू में भी मौसम ने अपने तेवर बदल दिए हैं. जिला कुल्लू में भी अब लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है. शुक्रवार को भी जिला मुख्यालय कुल्लू में तेज गर्मी से लोग बचते हुए नजर आए. तेज गर्मी से बचने के लिए कहीं लोग छातों का सहारा लेते दिखाई दिए तो कहीं फलों के रस व गन्ने के जूस की दुकानों पर लोगों की खासी भीड़ उमड़ी नजर आई.
दोपहर के समय कुल्लू का बाजार गर्मी के चलते सूना पड़ गया. कुल्लू मुख्यालय में अपने काम से आए अधिकतर लोग भी पेड़ों की छांव में बैठे हुए नजर आए. कुल्लू जिला में शुक्रवार सुबह से ही सूरज चमकने लगा था जो दोपहर होते-होते और तेज हो गया. हालांकि जिला के कुछ स्थानों पर बीच-बीच में आसमान में बादल उमड़ते रहे लेकिन गर्मी का एहसास बरकरार रहा.
वहीं, मैदानी इलाकों को छोड़ गर्मी से कुछ राहत के लिए पर्यटक पहाड़ों का रुख करने लगे हैं. कुल्लू के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है. बाहरी राज्यों से हजारों पर्यटक वाहन मनाली, मणिकर्ण, बंजार घाटी में अपनी दस्तक दे रहे हैं. वहीं, घाटी में गर्मी का मौसम तेज होते ही साहसिक खेलों की ओर भी पर्यटकों का रुझान बढ़ने लगा है. गर्मी के बढ़ते ही रिवर राफ्टिंग का कारोबार भी तेजी पकड़ने लगा है और कुछ स्थानों पर पर्यटक पहाड़ों के बीच ट्रैकिंग का भी मजा ले रहे हैं.
पढ़ें- अब बिना परमिट के भी होगा रोहतांग का दीदार, इस दिन से चलेगी इलेक्ट्रिक बसें