ऊना: जिला में पीजीआई सेटेलाइट सेंटर का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने जा रहा है. गुरुवार कोकेंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा इसका शिलान्यास करेंगे. इस अस्पताल की खासियत यह होगी कि इसके बनने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ के चक्कर लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे.
इस सेटेलाइट सेंटर में बहुविशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं जनता को मिलेंगी. अभी तक जिलावासी उच्च उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़, आईजीएमसी शिमला, टांडा मेडिकल कॉलेज, जालंधर आदि बड़े शहरों के स्वास्थ्य संस्थानों का रुख करते थे.
ऊना मुख्यालय से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर सेटेलाइट सेंटर के निर्माण को लेकर416 कनाल भूमि पीजीआई के नाम की गई है. इस स्वास्थ्य संस्थान को बनाने के लिए 500 करोड़ की लागत आएगी और इसमें 300 से ज्यादा बेड भी स्थापित होंगे. वहीं लगभग दस से ज्यादा विभागों में मरीजों की विभिन्न बीमारियों का उपचार विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा. जिसके लिए एक हजार के करीब पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात रहेगा.
केंद्रीय मंत्री इस दिन करेंगे PGI सेटेलाइट सेंटर का शिलान्यास, अब मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा चंडीगढ़
इस अस्पताल की खासियत यह होगी कि इसके बनने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ के चक्कर लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे.
ऊना: जिला में पीजीआई सेटेलाइट सेंटर का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने जा रहा है. गुरुवार कोकेंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा इसका शिलान्यास करेंगे. इस अस्पताल की खासियत यह होगी कि इसके बनने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ के चक्कर लोगों को नहीं काटने पड़ेंगे.
इस सेटेलाइट सेंटर में बहुविशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं जनता को मिलेंगी. अभी तक जिलावासी उच्च उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़, आईजीएमसी शिमला, टांडा मेडिकल कॉलेज, जालंधर आदि बड़े शहरों के स्वास्थ्य संस्थानों का रुख करते थे.
ऊना मुख्यालय से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर सेटेलाइट सेंटर के निर्माण को लेकर416 कनाल भूमि पीजीआई के नाम की गई है. इस स्वास्थ्य संस्थान को बनाने के लिए 500 करोड़ की लागत आएगी और इसमें 300 से ज्यादा बेड भी स्थापित होंगे. वहीं लगभग दस से ज्यादा विभागों में मरीजों की विभिन्न बीमारियों का उपचार विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा. जिसके लिए एक हजार के करीब पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात रहेगा.