सोलनः दुनियाभर के उपभोक्ताओं के लिए 15 मार्च का दिन काफी खास है. इस दिन को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए वर्ल्ड कंज्यूमर राइट्स डे यानी विश्व उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाता है. साथ ही यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाती है कि बाजारवाद की आड़ में उनके अधिकारों के साथ खिलवाड़ न हो.
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उपभोक्ताओं को जागरूक करना है उद्देश्य
देखा जाता है कि ग्राहकों को जमाखोरी, कालाबाजारी, मिलावट, नापतोल में गड़बड़ी, मनमाने दाम वसूलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए दिवस मनाया जाता है. भारत जैसे विकासशील देश में उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी बड़ी समस्या है. अक्सर दुकानदार उन्हें या तो नकली उत्पाद बेच देते हैं या फिर ज्यादा कीमत वसूल लेते हैं. बहुत से लोगों को अपने उपभोक्ता के अधिकारों की जानकारी नहीं होती, इसलिए वे कहीं शिकायत भी नहीं कर पाते.
विश्व उपभोक्ता दिवस की थीम
हर साल विश्व उपभोक्ता दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है. इस बार की थीम है, ''प्लास्टिक पलूशन से निपटना' है. दुनियाभर की सरकारें कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं.
सोलन शहर के लोग जागरूक
उपभोक्ता अधिकारों के बारे में सोलन शहर के उपभोक्ताओं का कहना है कि वे अपने अधिकारों के बारे में जानते हैं. वे जब भी सामान खरीदने के लिए बाजारों में जाते हैं, तो वे बिल जरूर लेते हैं. साथ ही सामान लेते समय सामान की अंतिम तिथि को भी जरूर देखते हैं, ताकि सेहत को कोई नुकसान न हो. उपभोक्ताओं मानते हैं कि यदि अपने अधिकारों के प्रति हम जागरूक होंगे तभी देश आगे बढ़ेगा.
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