ETV Bharat / state

हिमाचल में बैलेट से कम वोटिंग पर संदेह, चुनाव आयोग से शिकायत करेगी कांग्रेस - etv bharat

हिमाचल के सियासी गलियारे से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. कांग्रेस ने हिमाचल में कर्मचारियों की बैलेट से कम वोटिंग पर संदेह जताते हुए इसे बड़ी साजिश करार दिया है. प्रदेश कांग्रेस सचिव रोहित शर्मा ने इस मामले में चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की मांग की है. पढ़ें. (himachal congress state secretary rohit sharma )

rohit sharma on employees voting less than ballot
rohit sharma on employees voting less than ballot
author img

By

Published : Nov 25, 2022, 3:50 PM IST

सोलन: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बैलेट पेपर से अभी भी वोटिंग हो रही है. कांग्रेस ने कर्मचारियों के बैलेट पेपर से कम वोटिंग पर संदेह जताया है. पार्टी का आरोप है कि कई कर्मयारियों को बैलेट पेपर नहीं मिले. कांग्रेस के प्रदेश सचिव रोहित शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करीब 1.27 लाख कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी है, लेकिन इनमें 24 नवंबर तक करीब 38 हजार कर्मचारियों ने ही वोट किया है. (himachal assembly election 2022) (himachal pradesh election result 2022)

हिमाचल में कर्मचारियों की कम वोटिंग पर कांग्रेस ने उठाए सवाल: उन्होंने कहा कि इतनी कम वोटिंग होना संदेहास्पद है. उन्होेंने कहा कि ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि कई कर्मचारियों को आवेदन करने के बावजूद बैलेट पेपर नहीं मिल पाए. इसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे. शुक्रवार को सोलन में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस सचिव एडवोकेट रोहित शर्मा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 18 ऐसी विधानसभा सीटें थीं जिन में जीत हार का अंतर 2 हजार से कम मतों में हुआ था.

हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस सचिव रोहित शर्मा का बड़ा बयान

'कर्मचारियों को आजतक नहीं मिले बेलट पेपर': उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों की चुनाव करवाने की ड्यूटी लगी है, उनको वोट डालने के लिये EDC यानी इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट जारी किया जाता है. जिसका फॉर्म नंबर-12 भरकर आवेदन करना था. जिसकी अंतिम तिथि 7 नवम्बर 2022 तय की गई थी परन्तु हैरानी की बात ये है जिन्होंने आवेदन किया उनमें से भी कई कर्मचारियों को आजतक बेलट पेपर नहीं मिल पाए हैं.

'पूरे मामले में बड़ी साजिश की आशंका': रोहित शर्मा ने कहा कि चुनाव रिहर्सल में कर्मचारियों को गाइड करने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई. फॉर्म 12 में कर्मचारियों के फोन नम्बर भी दर्ज किए गए थे. फिर भी ऐसा होना सन्देहास्पद है. उन्होंने कहा कि पोस्ट ऑफिस में बैलट पेपर जमा करवाने पर रिसीविंग नहीं दी जा रही है.

"बहुत सारे कर्मचारियों जो कि मुख्यता पुलिस एवं शिक्षा विभाग से है उनकी ड्यूटी चुनाव से पहले अंतिम समय पर पोलिंग बूथ पर लगाई गई. जिससे वे फॉर्म 12 प्राप्त नहीं कर पाए और वे वोट देने से वंचित रह गए. इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं जिससे सरकारी कर्मचारी वोट न दे सकें. चुनाव आयोग को तुरंत इस पर संज्ञान लेना चाहिए एवं इसपर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए."- रोहित शर्मा, कांग्रेस सचिव, हिमाचल प्रदेश.

डीसी ने कही ये बात: वहीं इस मामले को लेकर डीसी सोलन जिला निर्वाचन अधिकारी कृतिका कुलहरी ने कहा है कि आवेदन करने वाले सभी कर्मचारियों को बैलेट पेपर उपलब्ध करवाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अभी वोटिंग के लिए समय और कर्मचारियों के पेपर भी आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 8 दिसंबर को हिमाचल में काउंटिंग: सेंटर से राजनीतिक दलों को बनानी होगी 100 मीटर की दूरी

सोलन: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बैलेट पेपर से अभी भी वोटिंग हो रही है. कांग्रेस ने कर्मचारियों के बैलेट पेपर से कम वोटिंग पर संदेह जताया है. पार्टी का आरोप है कि कई कर्मयारियों को बैलेट पेपर नहीं मिले. कांग्रेस के प्रदेश सचिव रोहित शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करीब 1.27 लाख कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी है, लेकिन इनमें 24 नवंबर तक करीब 38 हजार कर्मचारियों ने ही वोट किया है. (himachal assembly election 2022) (himachal pradesh election result 2022)

हिमाचल में कर्मचारियों की कम वोटिंग पर कांग्रेस ने उठाए सवाल: उन्होंने कहा कि इतनी कम वोटिंग होना संदेहास्पद है. उन्होेंने कहा कि ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि कई कर्मचारियों को आवेदन करने के बावजूद बैलेट पेपर नहीं मिल पाए. इसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे. शुक्रवार को सोलन में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस सचिव एडवोकेट रोहित शर्मा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 18 ऐसी विधानसभा सीटें थीं जिन में जीत हार का अंतर 2 हजार से कम मतों में हुआ था.

हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस सचिव रोहित शर्मा का बड़ा बयान

'कर्मचारियों को आजतक नहीं मिले बेलट पेपर': उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों की चुनाव करवाने की ड्यूटी लगी है, उनको वोट डालने के लिये EDC यानी इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट जारी किया जाता है. जिसका फॉर्म नंबर-12 भरकर आवेदन करना था. जिसकी अंतिम तिथि 7 नवम्बर 2022 तय की गई थी परन्तु हैरानी की बात ये है जिन्होंने आवेदन किया उनमें से भी कई कर्मचारियों को आजतक बेलट पेपर नहीं मिल पाए हैं.

'पूरे मामले में बड़ी साजिश की आशंका': रोहित शर्मा ने कहा कि चुनाव रिहर्सल में कर्मचारियों को गाइड करने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई. फॉर्म 12 में कर्मचारियों के फोन नम्बर भी दर्ज किए गए थे. फिर भी ऐसा होना सन्देहास्पद है. उन्होंने कहा कि पोस्ट ऑफिस में बैलट पेपर जमा करवाने पर रिसीविंग नहीं दी जा रही है.

"बहुत सारे कर्मचारियों जो कि मुख्यता पुलिस एवं शिक्षा विभाग से है उनकी ड्यूटी चुनाव से पहले अंतिम समय पर पोलिंग बूथ पर लगाई गई. जिससे वे फॉर्म 12 प्राप्त नहीं कर पाए और वे वोट देने से वंचित रह गए. इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं जिससे सरकारी कर्मचारी वोट न दे सकें. चुनाव आयोग को तुरंत इस पर संज्ञान लेना चाहिए एवं इसपर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए."- रोहित शर्मा, कांग्रेस सचिव, हिमाचल प्रदेश.

डीसी ने कही ये बात: वहीं इस मामले को लेकर डीसी सोलन जिला निर्वाचन अधिकारी कृतिका कुलहरी ने कहा है कि आवेदन करने वाले सभी कर्मचारियों को बैलेट पेपर उपलब्ध करवाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अभी वोटिंग के लिए समय और कर्मचारियों के पेपर भी आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 8 दिसंबर को हिमाचल में काउंटिंग: सेंटर से राजनीतिक दलों को बनानी होगी 100 मीटर की दूरी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.