शिमला: हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को हाईटेक करने को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताया है. हिमाचल में अब स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए रोबोटिक सर्जरी शुरू करने का फैसला लिया गया था. जिसके चलते बजट में इसके लिए प्रावधान भी किया गया है. मुख्यमंत्री का यह ड्रीम प्रोजेक्ट अब धरातल पर पूरा होने जा रहा है. आईजीएमसी शिमला में रोबोटिक सर्जरी के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
'पहले चरण में गायनी में शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी': पहले चरण में रोबोटिक सर्जरी गायनी में शुरू की जाएगी. जबकि ऑर्थो विभाग ने भी रोबोटिक सर्जरी के लिए प्रपोजल भेजा है. आईजीएमसी के एमएस डॉ. राहुल राहुल ने बताया कि आईजीएमसी में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. पहले चरण में गायनी विभाग में रोबोटिक सर्जरी शुरू की जाएगी. इसके लिए अलग से ओटी बनाया जाएगा. यह संभव है कि जो वर्तमान ओटी है, उसे मॉडिफाई किया जाए.
'रोबोटिक सर्जरी में सक्सेस रेट होगा 100%': आईजीएमसी के एमएस डॉ. राहुल राहुल ने कहा कि चिकित्सकों को इसके लिए ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाएगा. जिससे चिकित्सक रोबोटिक सर्जरी के लिए निपुण हो सके. उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी से फायदा यह होगा कि एक तो ऑपरेशन जल्दी हो जाएगा. वहीं, सक्सेस रेट पूरा सौ फीसदी रहेगा और मैन पावर भी कम लगेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद अस्प्ताल में इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और जल्द ही अन्य विभागों में भी रोबोटिक सर्जरी के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा.
केएनएच में होते है प्रतिदिन 10 ऑपरेशन: प्रदेश के एक मात्र महिला अस्प्ताल की केएनएच में प्रतिदन 10 ऑपरेशन होते हैं. जबकि सिजेरियन अलग से होते हैं. अब जब रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी तो ओर बेहतर ऑपरेशन किए जा सकेंगे. रोबोटिक सर्जरी में रोबोट ऑपरेशन करते हैं, जो कि डॉक्टर द्वारा प्रोग्राम किए गए होते हैं. रोबोटिक सर्जरी में पूरा कंट्रोल एक कंप्यूटराइज्ड कंसोल पर बैठे सर्जन के पास होता है. रोबोट के साथ सर्जरी इसलिए बेहतर मानी जाती है, क्योंकि शरीर के लक्षित अंग की विजिबिलटी अच्छी होती है.
'रोबोटिक सर्जरी के फायदे': रोबोटिक सर्जरी ओपन सर्जरी की तुलना में रोगियों को कई लाभ प्रदान करती है. जिनमें अस्पताल में कम भर्ती होना, कम दर्द और बेचैनी, तेजी से ठीक होना आदि शामिल है. रोबोटिक्स प्रक्रियाएं और सामान्य रूप से न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी, पारंपरिक 'ओपन' सर्जरी की तुलना में छोटे चीरों को शामिल करती हैं, जो रक्त की हानि और पोस्ट ऑपरेटिव रिकवरी समय को कम करती है. पारंपरिक 'खुले चीरे' प्रक्रियाओं की तुलना में मरीजों को इसमें आमतौर पर काफी कम दर्द और खून की कमी का अनुभव होता है. अभी रोबोटिक सर्जरी के लिए ग्राउंड तैयार किया जा रहा है और विभाग द्वारा इसकी जानकारी इकट्ठी की जा रही है.
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