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सोलन में मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से मिले PM मोदी, कहा: मन की बात में करूंगा सभी का जिक्र

सोलन के माल रोड पर रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से मिले. बच्चों से मुलाकात करने के लिए पीएम मोदी गाड़ी से उतरे और बच्चों का हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम में वह बच्चों की देखभाल कर रहे संस्थान और बच्चों का जिक्र जरूर करेंगे. पढ़ें पूरी खबर...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
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Published : Nov 5, 2022, 4:23 PM IST

Updated : Nov 5, 2022, 6:54 PM IST

सोलन: जिला सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शिमला संसदीय क्षेत्र की चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए (PM Modi rally in Solan) पहुंचे. जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोलन शहर के माल रोड़ पर पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारों के साथ उनका जोरदार स्वागत (PM Modi roadshow in Solan) किया. वहीं, सोलन माल रोड पर रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से भी मिले. बच्चों से मुलाकात करने के लिए पीएम मोदी गाड़ी से उतरे और बच्चों का हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम में वह बच्चों के जिक्र के साथ-साथ संस्थान के बारे में भी बात करेंगे.

क्या है मस्कुलर डिस्ट्रॉफी: मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एक आनुवांशिक बीमारी है. पर अनुवांशिक कारण न होने पर भी यह बीमारी हो सकती है. इसमें शरीर की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं और एक सीमा के बाद बेकार हो जाती हैं. उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह बीमारी पूरे शरीर में फैलती जाती है. इसे धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी भी कहते हैं. इस बीमारी के चलते शरीर में संतुलन बनाने में दिक्कत आती है. जैसे व्यक्ति बिना सहारे के खड़े होने और पीठ टिकाएं बिना बैठने में दिक्कत महसूस करता है. इसके अलावा पलके लटक जाती हैं, रीढ़ की हड्डी झुकने लगती है. वहीं, चलने-फिरने में भी व्यक्ति को दिक्कत होती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में शरीर की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं. बीमारियों का एक समूह है जो प्रगतिशील कमजोरी और मांसपेशियों के नुकसान का कारण बनता है. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में, असामान्य जीन (म्यूटेशन) स्वस्थ मांसपेशियों के निर्माण के लिए आवश्यक प्रोटीन के उत्पादन में बाधा डालते हैं. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी कई प्रकार की होती है. सबसे आम किस्म के लक्षण बचपन में शुरू होते हैं, ज्यादातर लड़कों में. अन्य प्रकार वयस्कता तक सतह पर नहीं आते हैं. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और उपचार लक्षणों को प्रबंधित करने और रोग के बढ़ने की गति धीमा करने में मदद कर सकते हैं.

ये भी पढे़ं: रक्षा सौदों के नाम पर कांग्रेस ने खाई दलाली, हिमाचल की वीर माताओं ने झेला था नुकसान: PM मोदी

सोलन: जिला सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शिमला संसदीय क्षेत्र की चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए (PM Modi rally in Solan) पहुंचे. जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोलन शहर के माल रोड़ पर पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारों के साथ उनका जोरदार स्वागत (PM Modi roadshow in Solan) किया. वहीं, सोलन माल रोड पर रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से भी मिले. बच्चों से मुलाकात करने के लिए पीएम मोदी गाड़ी से उतरे और बच्चों का हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम में वह बच्चों के जिक्र के साथ-साथ संस्थान के बारे में भी बात करेंगे.

क्या है मस्कुलर डिस्ट्रॉफी: मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एक आनुवांशिक बीमारी है. पर अनुवांशिक कारण न होने पर भी यह बीमारी हो सकती है. इसमें शरीर की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं और एक सीमा के बाद बेकार हो जाती हैं. उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह बीमारी पूरे शरीर में फैलती जाती है. इसे धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी भी कहते हैं. इस बीमारी के चलते शरीर में संतुलन बनाने में दिक्कत आती है. जैसे व्यक्ति बिना सहारे के खड़े होने और पीठ टिकाएं बिना बैठने में दिक्कत महसूस करता है. इसके अलावा पलके लटक जाती हैं, रीढ़ की हड्डी झुकने लगती है. वहीं, चलने-फिरने में भी व्यक्ति को दिक्कत होती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में शरीर की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं. बीमारियों का एक समूह है जो प्रगतिशील कमजोरी और मांसपेशियों के नुकसान का कारण बनता है. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में, असामान्य जीन (म्यूटेशन) स्वस्थ मांसपेशियों के निर्माण के लिए आवश्यक प्रोटीन के उत्पादन में बाधा डालते हैं. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी कई प्रकार की होती है. सबसे आम किस्म के लक्षण बचपन में शुरू होते हैं, ज्यादातर लड़कों में. अन्य प्रकार वयस्कता तक सतह पर नहीं आते हैं. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और उपचार लक्षणों को प्रबंधित करने और रोग के बढ़ने की गति धीमा करने में मदद कर सकते हैं.

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Last Updated : Nov 5, 2022, 6:54 PM IST
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