सोलन: साल 2020 में दिसंबर माह में माता शूलिनी मंदिर के गेट का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में इसको लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है, क्योंकि तब सोलन से विधायक धनीराम शांडिल थे आज भी वे विधायक हैं, लेकिन वे अब प्रदेश सरकार में मंत्री बन चुके हैं, लेकिन काम आज तक पूरा नहीं हो पाया है. वहीं, गेट के निर्माण कार्य में हो रही लेटलतीफी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने तीखे तेवर दिखाए हैं और कहा है कि अब भी अगर शूलिनी मेले तक काम पूरा नहीं हुआ तो मैं जरूर काम करने वाले को खड़काऊंगा और अगली बार कोई काम भी उनको नहीं दिया जाएगा.
सोलन प्रवास के दौरान शांडिल ने कहा साल 2020 में दिसंबर माह में उन्होंने शूलिनी मंदिर गेट का निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था, लेकिन अभी तक ये कार्य पूरा नहीं हो पाया है जो कि गलत है. अब एक बार फिर शूलिनी मेला आने वाला है, अगर तब तक यह कार्य संबंधित ठेकेदार द्वारा पूरा नहीं किया गया तो मैं ठेकेदार समेत सभी लोगों को खड़काऊंगा जो इस कार्य में सम्मलित हैं.
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रवेश द्वार शूलिनी मंदिर का एक खास द्वार बनना था, लेकिन इसमें लेटलतीफी बरतना उचित नहीं है और ऐसे लोगों को काम भी अगली बार नहीं दिया जाएगा. शांडिल ने कहा कि अगर राज्य स्तरीय शूलिनी मेले तक इस प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो आगे से काम मिलने की उम्मीद छोड़ दें. शांडिल ने कहा कि यदि कार्य करने को कोई दिक्कत सामने आ रही है उसके बारे में अवगत करवाया जाना चाहिए, लेकिन काम में लापरवाही बरतना गलत है.
बता दें कि साल 2020 में 14 दिसंबर को धनीराम शांडिल ने विधायक रहते हुए इस मंदिर के प्रवेश द्वार बनाने के लिए विधायक निधि से धन उपलब्ध करवाया था और इसे जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है. बहरहाल मंत्री ने भी अब शूलिनी मेले तक का समय संबंधित ठेकेदार को दिया है. अब इसका काम समय पर पूरा होता है या नहीं ये देखने लायक होगा.
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