सोलन: पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने पीपीई किट मामले पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इल्जाम किसी पर था, लेकिन नैतिकता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने दिखाई. स्वास्थ्य विभाग के निदेशक गिरफ्तार हो चुके हैं, अब एक और व्यक्ति को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारियों से देख कर लगता है कि स्वास्थ्य विभाग में काफी बड़ा घोटाला हुआ. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय जिनके अधीन हैं, उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. यह बात उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कही.
श्वेत पत्र हो जारी होना चाहिए: धनीराम शांडिल
धनीराम शांडिल ने यह भी मांग की प्रदेश सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी गम्भीर समस्या से हम सभी जूझ रहे हैं. जिसकी वजह से सभी वर्ग प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सभी तरह के विकाय कार्य थम चुके है. ऊपर से धांधलियों के मामले सामने आ रहे हैं, जो एक चिंता का विषय है. उन्होंने कहा की 70 वर्षों में कांग्रेस ने नवरत्न कम्पनियां स्थापित की थी. जिससे भारत वासियों को रोजगार मिले, लेकिन बीजेपी ने वह कम्पनियां बेच दी. ऐसे में भारत आत्मनिर्भर कैसे हो सकेगा. उन्होंने राशन बांटने को लेकर भी भेदभाव के आरोप लगाए.
धनीराम शांडिल ने कहा कि 12 फरवरी को जब लोकसभा सदन में राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने सरकार को कोरोना की सुनामी के खतरे से अवगत करवाते हुए तुरंत बचाव पर फोकस करने की बात कही थी, तब विपक्ष को विरोधी की तरह मानने वाली केंद्र सरकार ने इसे हल्के में लेते हुए विपक्ष का मजाक उड़ाया था. इसके बाद सरकार ने देश पर आने वाले खतरे को दरकिनार करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की तिमारदारी व खातिरदारी को तरजीह दी. उसके तुरंत बाद मध्य प्रदेश की सरकार को गिराने व बनाने में व्यस्त रही.
लगातार बढ़ती हुई कोरोना महामारी ने अब देश को आर्थिक संकट में ला धकेला है. जहां देश का आम नागरिक भूख, महामारी व मौत से लड़ रहा है. देश के करोड़ों युवा एक तरफ महामारी और दूसरी ओर बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, उनका भविष्य अंधकारमय हो चुका है. विपक्ष के सुझावों को सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए.
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