सोलन: दून के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव रामकुमार चौधरी ने बीबीएन में फसे हुए बाहरी राज्यों के कामगारों को उनके घर भेजने के लिए रायबरेली के लिए निशुल्क बस भेजी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्य कामगारों को मुफ्त उनके घर भेजेगी. बस को रवाना करने के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए रामकुमार ने कहा कि बीबीएन से प्रवासी कामगारों को उनके राज्यों भेजने के नाम पर दून बीजेपी के कुछ छुटभैया नेता सरकार को बदनाम करके अपनी जेबें गर्म करने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि दून बीजेपी के यह नेता लोगों को इस कदर लूट रहे हैं कि 200 रुपये प्रति सवारी के किराये की जगह ये 4000 रुपया प्रति सवारी वसूल रहे हैं.
राम कुमार ने कहा कि एक स्टेशन से 1 लाख रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक वसूल किए जा रहे है जबकि उस स्टेशन का किराया 40 से 50 हजार रुपये बनता है. उन्होंने कहा कि यह सारा कुछ अधिकारियों के सिर पर खेला जा रहा है, जिन्हें लॉकडाउन के बाद बेनकाब किया जाएगा. रामकुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मुख्य सचिव व उपायुक्त सोलन केसी चमन से इस बात पर गौर करके प्रवासी कामगारों को एचआटीसी की बसों में भेजने का प्रबंध करना का अनुरोध किया, जिससे बीबीएन में बीजेपी के कुछ बस ऑपरेटरों का धंधा बंद हो और प्रवासी कामगारों को राहत की सांस मिले.
रामकुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस काम के लिए आला अधिकारी की बतौर नोडल ऑफिसर की न्युक्ति की है, उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह लोगों पर शिकंजा कसे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था कि सभी प्रवासी कामगारों को निशुल्क उनके राज्यों में भेजा जाएगा.
कांग्रेस करेगी विरोध:
रामकुमार ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में उद्योगों को बचाने के लिए सरकार ने बीबीएन के स्थाई निवासियों के ट्रक के किराए 25 प्रतिशत कम कर दिए थे, लेकिन कोरोना की इस घड़ी में उद्योगों में कार्यरत मजदूरों को बीजेपी नेताओं के हाथों 20 गुणा अधिक किराया वसूल करवाकर लुटवाया जा रहा है. इसमें प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. कार्रवाई न करने के चलते दून कांग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी.