शिलाई : कोरोना संकट से देश जंग लड़कर जीतने की कोशिश में लगा है,लेकिन मध्यप्रदेश का इंदौर हो या फिर राजस्थान को टोंक. यहां से आई विवादों की तस्वीरों ने हमे विचलित होने पर मजबूर किया,लेकिन अब हम जिस तस्वीर की बात कर रहे है. वह तस्वीर आई है सिरमौर जिले के कुलाह गांव से इस मुश्किल दौर में हमे सुकून ही नहीं देती,बल्कि आत्मविश्वास से लबरेज कर देती है कि कोई हमारे लिए हर पहर खड़ा है.
160 किलोमिटर दवाई पहुंचाई
कुलाह गांव का 58 साल का रामभज दिल की बीमारी से लड़ रहा है. लॉकडाउन और हिमाचल में कर्फ्यू होने के कारण दवाइयां नहीं मिली. बेटे ने अधिकारियों को फोन कर मदद करने की गुहार लगाई. प्रशासन ने तुरंत जीवन रक्षक दवाइयों को पहुंचाने का कदम उठाया. इसके बाद एक पुलि जवान 160 किलोमीटर का सफर कर रामभज के पास रोनहाट पहुंचा और उसकी दवाइयां उसे सौंप दी.
यह हमारा फर्ज
उपायुक्त सिरमौर आरके परूथी ने बताया पीड़ित ने फोन करके मदद मांगी.हमने तुरंत दवाईयां पहुंचाई.लॉकडाउन के समय दवाईयों आदि आवश्यक चीजों की मदद मांग रहा है.उसे पहुंचाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. 160 किलोमीटर दूर रामभज के बेटे ने जिन दवाईयों की मांग की थी उन्हें पहुंचाया गया. हम अपना फर्ज पूरा कर रहे हैं.
रामभज ने माना आभार
जिले में वर्दी वाले 'देवदूत' जहां किसी को परेशानी हो रही है. जवान जाकर मदद कर रहे हैं. रोनहट पुलिस चौकी प्रभारी दलीप सिंह राठौर ने बताया डीसी कार्यालय से भेजी गई दवाइयों को जवान घर तक पहुंचा रहे हैं. हम सिर्फ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. वहीं,रामभज ने दवाइयां मिलने के बाद डीसी सहित पुलिस जवानों का आभार व्यक्त किया. रामभज ने बताया मुझे इन दिल की बीमारी होने के कारण दवाइयों की बड़ी आवश्यकता थी. पुलिस में मुझ तक दवाइयां पहुंचाकर बड़ा एहसान किया है.