नाहन: कोरोना काल में डॉक्टर वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज और अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हुआ है. कोरोना की मुश्किल घड़ी के बीच नाहन मेडिकल काॅलेज में 2306 गर्भवती महिलाओं की सफल डिलीवरीज करवाई गई. इसमें से 1,006 महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी हुई, जबकि इसी बीच 33 कोरोना संक्रमित महिलाओं की भी सफल डिलीवरीज करवाई गई.
यह आंकड़े मेडिकल काॅलेज के निरीक्षण के लिए पहुंचे नाहन के विधायक डॉक्टर राजीव बिंदल ने शनिवार को सांझा किए. साथ ही मेडिकल काॅलेज की इस कार्य के लिए पीठ भी थपथपाई.
कोरोना काल में 2306 महिलाओं की डिलीवरी
विधायक ने कहा कि कोरोना काल में नाहन मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान सिद्ध हुआ है. बिंदल ने कहा कि अप्रैल, 2020 में कोरोना महामारी से लोग घबराए हुए थे, परेशान थे, विशेष तौर पर गर्भवती महिलाएं कि वह डिलीवरी कहां औ कैसे करवाएंगी. ज्यादा परेशानी उन गर्भवती महिलाओं को थी जिन्हें कोरोना हो गया था. ऐसी विकट स्थिति में नाहन मेडिकल काॅलेज के चिकित्सकों द्वारा दी गई सेवाएं सराहनीय है.
33 कोरोना पॉजिटिव महिलाओं का सफल प्रसव
सबसे बड़ा योगदान मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल का यह भी रहा कि 33 कोरोना पॉजिटिव महिलाओं का भी सफलतापूर्वक प्रसव करवा गया. इसमें 20 महिलाओं को कोरोना पाॅजिटिव रहते हुए सिजेरियन से प्रसव करवाया गया है.
विधायक बिंदल ने यह भी कहा कि गर्भवती महिलाओं का प्रसव करवाने के दौरान ऑपरेशन थिएटर में काम करने वाले सभी चिकित्सक और पैरा मैडिकल स्टाॅफ ने अपने जीवन को संकट में डाल कर मानवता की सेवा की है. इसके लिए वह इन फ्रंट लाइन में कार्य कर रहे कोरोना योद्धाओं को सैल्यूट करते हैं.
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