शिमला: कोविड-19 संकट के समय प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां ऑनलाइन ही की जा रही हैं. अभी तक 90 फीसदी ऑनलाइन पाठ्यक्रम विश्वविद्यालयों ने छात्रों का पूरा कर लिया है. अब फिलहाल छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं नहीं ली जा रही हैं, सिर्फ ऑनलाइन पुस्तकालय सुविधा ही दी जा रही है.
वहीं, प्रवेश परीक्षाओं के लिए समितियां गठित की जा चुकी हैं. जागरूकता कार्यक्रम पर भी ध्यान दिया जा रहा है. सभी विश्वविद्यालय इस कार्य को कर रहे है और इसे लेकर फीडबैक भी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को दी है.
प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यपाल ने बातचीत कर विश्वविद्यालय स्तर पर शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली. राज्यपाल ने मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से सुझाए गए विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल के उपयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप परीक्षाओं की तैयारी और अगले सत्र को लेकर रोडमैप की जानकारी ली.
कोविड-19 के दौरान विश्वविद्यालय की भूमिका, ऑनलाइन शिक्षा व कक्षाओं की अभी तक की स्टे्टस रिपोर्ट, वॉलंटियर्स की भूमिका, हिन्दी में शिक्षण की सुविधा विषयों को लेकर जानकारी हासिल की. इस अवसर पर राज्यपाल ने पिछले 55 दिनों से लॉकडाउन के दौरान ऑनलाईन कक्षाओं को लेकर सभी कुलपतियों की सराहना की.
राज्यपाल ने कहा कि 31 मई तक लॉकडाउन-4 में भी सभी विश्वविद्यालय दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फॉलो-अप, दक्षता व जागरूकता का परिचय देंगे. उन्होंने कहा कि कुलपतियों के साथ पहली वीडियो कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ऑनलाइन एजुकेशन पर बल दिया था, जिस पर सभी ने काम किया.
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों की मनोस्थिति को जानने की कोशिश की जाए और विशेषकर ऑनलाइन व्यवस्था में उन्हें क्या समस्या है, इसकी प्रतिक्रया ली जानी चाहिए. राज्यपाल ने उन सभी के बारे में भी बात की जहां नेटवर्क की समस्या है और गरीब बच्चे जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है.