सिरमौरः जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के मैदानी इलाकों में किसान अक्टूबर महीने से ही स्ट्रॉबेरी की खेती करने में जुटे हुए हैं. पांवटा के साथ लगते पुरुवाला, भेड़ेवाला, सूरजपुर, माजरा, मिश्रवाला, भातावाली आदि गांव में स्ट्रॉबेरी का उत्पाद हो रहा है.
गौरतलब है कि जनवरी के अंत तक स्ट्रॉबेरी के पौधों में फुल लगना शुरू हो जाते हैं. इससे पहले किसान खेतों में पैदा खरपतवार को खत्म करने और निदाई कर मिट्टी को हल्का करने में जुटे हैं. बता दें कि इससे पहले पांवटा साहिब क्षेत्र मे स्ट्रॉबेरी का उत्पाद बहुत कम किया जा रहा था, लेकिन कृषि विज्ञानिकों के सहयोग से किसान स्ट्रॉबेरी के उत्पाद में जुटे हुए हैं.
डॉक्टर सुखदेव सिंह पटियाल का कहना है कि मैदानी इलाकों में स्ट्रॉबेरी से किसानों को काफी मुनाफा मिल रहा है. धौला कुआं से लेकर पांवटा तक स्ट्रॉबेरी जगह-जगह बेची जाती है. उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी में कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं. ज्यादा विटामिन होने के कारण ही लोग इसे ज्यादा खरीदते हैं.
डॉ. सुखदेव सिंह ने बाताया कि पांवटा साहिब में किसान इन दोनों फसलों को लगाकर लाभ कमा रहे हैं. यहां पर लोकल फॉर्म के माध्यम से लोगों को बीज दिए जाते हैं. इसके अलावा फसलों को रोग से बचने के लिए कई प्रकार के दवाइयां भी दी जाती हैं, ताकि फसलें खराब होने से बच सकें.
उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञानिकों की टीम खुद भी मौके पर जाकर किसानों को इन सभी बीजों के बारे में जानकारियां देती रहती है, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो. इसके साथ यहां के किसान थाइम की खेती भी कर रहे हैं जिससे कि किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है.
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