ETV Bharat / state

सिरमौर में भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख की ठगी का आरोपी गिरफ्तार, सैनिक से साथ ऐसे हुआ था फ्रॉड

author img

By

Published : Jan 6, 2023, 3:56 PM IST

सिरमौर में भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख की ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली (Cyber Fraud case in Sirmaur) है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने नौकरी का झांसा देकर भूतपूर्व सैनिक से ठगी को अंजाम दिया था. पढे़ं पूरी खबर...

सिरमौर में भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख की ठगी
सिरमौर में भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख की ठगी

नाहन: उपमंडल पांवटा साहिब के भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने में हासिल की (Ex serviceman cheated of 14 lakhs in Sirmaur) है. पुलिस ने रिकॉर्ड के विश्लेषण के बाद और तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी संजय शर्मा (39) पुत्र हिरदाराम, निवासी खड़लाना, जिला सहारनपुर (यूपी) को पांवटा साहिब से गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार 27 नवंबर 2022 को एक भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया था.

शातिरों ने एक भूतपूर्व सैनिक को नौकरी का झांसा देकर अपना शिकार बनाया था. किशनकोट के रहने वाले भूतपूर्व सैनिक नरेश कुमार (45) पुत्र बनवारी लाल ने इसको लेकर पुरूवाला पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी. शिकायत में बताया गया था एक निजी बैंक के एचआर विभाग का नाम लेकर किसी शातिर ने उसको फोन किया था. शातिर ने कहा था कि वह निजी बैंक के एचआर विभाग मुंबई से बोल रहा है और बैंक के पास भूतपूर्व सैनिकों के लिए कुछ नौकरियां हैं.

उसने बताया कि बैंक की नाहन शाखा में सुपरवाइजर का पद खाली है. ऐसे में आप अपना आधार, पैन कार्ड, मार्कशीट व पासपोर्ट साइज फोटो भेज दें. इसके साथ ही उसने फाइल बनाने के लिए 4000 रुपये भी मांगे. जो नरेश ने तुरंत गूगल पे जरिए शातिर को भेज दिए. बाद में शातिर ने नए एक पत्र भेजकर, 4000 रुपये की धरोहर राशि और 12,500 रुपये फाइल अप्रूवल, मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन के मांगे और कहा कि ये रिफंडेबल है. पहली सैलरी पर पूरी राशि वापस हो जाएगी. फिर उन्होंने ये रुपये भी भेज दिए.

इसके बाद फिर उन्होंने 5,783 रुपये और मांगे. इस बार किसी लड़की ने सैनिक से बात की और खुद को एचआर मैनेजर बताया. इसके बाद दूसरे दिन फिर उसी मोबाइल से फोन आया तो कहा कि दीक्षा मदान बात कर रही हैं, जो शिमला के संजौली की रहने वाली हैं और मुंबई में एचआर विभाग में तैनात हैं. फाइल रि-ओपन करने के लिए फिर 2,200 रुपये मांगे गए. इसी तरह अलग-लग नाम से करीब 13 से 14 लाख रुपये ले लिए गए.

बाद में जब सैनिक ने पता किया तो नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार होने की बात पता (Cyber Fraud case in Sirmaur) चली. डीएसपी पांवटा साहिब रमाकांत ठाकुर ने बताया कि राजबन पुलिस चौकी के मुख्य आरक्षी धनवीर सिंह ने आरोपी को दबोचने में सफलता हासिल की है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.

ये भी पढ़ें: कैग की रिपोर्ट में खुलासा, हिमाचल सरकार ने जमा नहीं करवाए 4752 करोड़ के उपयोगिता प्रमाण पत्र

नाहन: उपमंडल पांवटा साहिब के भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने में हासिल की (Ex serviceman cheated of 14 lakhs in Sirmaur) है. पुलिस ने रिकॉर्ड के विश्लेषण के बाद और तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी संजय शर्मा (39) पुत्र हिरदाराम, निवासी खड़लाना, जिला सहारनपुर (यूपी) को पांवटा साहिब से गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार 27 नवंबर 2022 को एक भूतपूर्व सैनिक से 14 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया था.

शातिरों ने एक भूतपूर्व सैनिक को नौकरी का झांसा देकर अपना शिकार बनाया था. किशनकोट के रहने वाले भूतपूर्व सैनिक नरेश कुमार (45) पुत्र बनवारी लाल ने इसको लेकर पुरूवाला पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी. शिकायत में बताया गया था एक निजी बैंक के एचआर विभाग का नाम लेकर किसी शातिर ने उसको फोन किया था. शातिर ने कहा था कि वह निजी बैंक के एचआर विभाग मुंबई से बोल रहा है और बैंक के पास भूतपूर्व सैनिकों के लिए कुछ नौकरियां हैं.

उसने बताया कि बैंक की नाहन शाखा में सुपरवाइजर का पद खाली है. ऐसे में आप अपना आधार, पैन कार्ड, मार्कशीट व पासपोर्ट साइज फोटो भेज दें. इसके साथ ही उसने फाइल बनाने के लिए 4000 रुपये भी मांगे. जो नरेश ने तुरंत गूगल पे जरिए शातिर को भेज दिए. बाद में शातिर ने नए एक पत्र भेजकर, 4000 रुपये की धरोहर राशि और 12,500 रुपये फाइल अप्रूवल, मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन के मांगे और कहा कि ये रिफंडेबल है. पहली सैलरी पर पूरी राशि वापस हो जाएगी. फिर उन्होंने ये रुपये भी भेज दिए.

इसके बाद फिर उन्होंने 5,783 रुपये और मांगे. इस बार किसी लड़की ने सैनिक से बात की और खुद को एचआर मैनेजर बताया. इसके बाद दूसरे दिन फिर उसी मोबाइल से फोन आया तो कहा कि दीक्षा मदान बात कर रही हैं, जो शिमला के संजौली की रहने वाली हैं और मुंबई में एचआर विभाग में तैनात हैं. फाइल रि-ओपन करने के लिए फिर 2,200 रुपये मांगे गए. इसी तरह अलग-लग नाम से करीब 13 से 14 लाख रुपये ले लिए गए.

बाद में जब सैनिक ने पता किया तो नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार होने की बात पता (Cyber Fraud case in Sirmaur) चली. डीएसपी पांवटा साहिब रमाकांत ठाकुर ने बताया कि राजबन पुलिस चौकी के मुख्य आरक्षी धनवीर सिंह ने आरोपी को दबोचने में सफलता हासिल की है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.

ये भी पढ़ें: कैग की रिपोर्ट में खुलासा, हिमाचल सरकार ने जमा नहीं करवाए 4752 करोड़ के उपयोगिता प्रमाण पत्र

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.