ETV Bharat / state

कॉलेजों फीस वृद्धि को लेकर NSUI में रोष, DC के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन - Sirmaur NSUI protest

कोरोना महामारी के बीच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कॉलेजों में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों में भारी रोष है. इसी कड़ी में सिरमौर एनएसयूआई ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है. एनएसयूआई ने फीस वृद्धि वापस लेने की मांग की है.

कॉलेजों फीस वृद्धि को लेकर NSUI में रोष
कॉलेजों फीस वृद्धि को लेकर NSUI में रोष
author img

By

Published : Dec 23, 2020, 4:56 PM IST

नाहन: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों में की गई फीस बढ़ोतरी को लेकर एनएसयूआई विरोध कर रही है. फीस वृद्धि को लेकर जिला सिरमौर एनएसयूआई ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा.

फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई में रोष

इस दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2013 व 2016 के बीच के बैच को डिग्री पूरा करने के लिए प्रति सेमेस्टर 5000 रुपये फीस रखी थी, जो आम छात्र वहन नहीं कर पाएगा. इसके अलावा पंचायत सहायक की भर्ती के लिए भी विश्वविद्यालय द्वारा सामान्य वर्ग के लिए फीस 1200 रुपए रखी गई है. इस फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई कड़ा विरोध कर रही है.

एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई ने सरकार व विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है, तो दूसरी तरफ प्रदेश सरकार और प्रशासन आम लोगों और छात्रों को लूटने का काम कर रही है. एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रति सेमेस्टर फीस व पंचायत सहायक भर्ती के लिए निर्धारित फीस कम करने की मांग की है, ताकि लाखों बेरोजगार युवाओं को इस आपदा के समय में लाभ मिल सके.

विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी

फीस वृद्धि को लेकर छात्रों में रोष है, छात्रों की मांग है कि फीस में वृद्धि न की जाए. अगर सरकार और प्रशासन इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं होगी तो हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.

ये भी पढ़ें: सरकार के तीन साल: सीएम जयराम बोले, कोविड संकट के बावजूद नहीं रुका विकास

नाहन: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों में की गई फीस बढ़ोतरी को लेकर एनएसयूआई विरोध कर रही है. फीस वृद्धि को लेकर जिला सिरमौर एनएसयूआई ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा.

फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई में रोष

इस दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2013 व 2016 के बीच के बैच को डिग्री पूरा करने के लिए प्रति सेमेस्टर 5000 रुपये फीस रखी थी, जो आम छात्र वहन नहीं कर पाएगा. इसके अलावा पंचायत सहायक की भर्ती के लिए भी विश्वविद्यालय द्वारा सामान्य वर्ग के लिए फीस 1200 रुपए रखी गई है. इस फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई कड़ा विरोध कर रही है.

एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई ने सरकार व विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है, तो दूसरी तरफ प्रदेश सरकार और प्रशासन आम लोगों और छात्रों को लूटने का काम कर रही है. एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रति सेमेस्टर फीस व पंचायत सहायक भर्ती के लिए निर्धारित फीस कम करने की मांग की है, ताकि लाखों बेरोजगार युवाओं को इस आपदा के समय में लाभ मिल सके.

विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी

फीस वृद्धि को लेकर छात्रों में रोष है, छात्रों की मांग है कि फीस में वृद्धि न की जाए. अगर सरकार और प्रशासन इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं होगी तो हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.

ये भी पढ़ें: सरकार के तीन साल: सीएम जयराम बोले, कोविड संकट के बावजूद नहीं रुका विकास

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.