नाहन: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों में की गई फीस बढ़ोतरी को लेकर एनएसयूआई विरोध कर रही है. फीस वृद्धि को लेकर जिला सिरमौर एनएसयूआई ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा.
फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई में रोष
इस दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2013 व 2016 के बीच के बैच को डिग्री पूरा करने के लिए प्रति सेमेस्टर 5000 रुपये फीस रखी थी, जो आम छात्र वहन नहीं कर पाएगा. इसके अलावा पंचायत सहायक की भर्ती के लिए भी विश्वविद्यालय द्वारा सामान्य वर्ग के लिए फीस 1200 रुपए रखी गई है. इस फीस वृद्धि को लेकर एनएसयूआई कड़ा विरोध कर रही है.
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई ने सरकार व विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है, तो दूसरी तरफ प्रदेश सरकार और प्रशासन आम लोगों और छात्रों को लूटने का काम कर रही है. एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रति सेमेस्टर फीस व पंचायत सहायक भर्ती के लिए निर्धारित फीस कम करने की मांग की है, ताकि लाखों बेरोजगार युवाओं को इस आपदा के समय में लाभ मिल सके.
विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी
फीस वृद्धि को लेकर छात्रों में रोष है, छात्रों की मांग है कि फीस में वृद्धि न की जाए. अगर सरकार और प्रशासन इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं होगी तो हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.
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