पांवटा साहिब: भारत-चीन सीमा की खींचतान खूनी झड़प में बदल गई थी. गलवान इलाके में दोनों तरफ के सैनिकों में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. चीन की इस नापाक हरकत से भारत के लोगों में काफी नाराजगी और गुस्सा है. साथ ही देशभर में इस खूनी संघर्ष में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जा रही है.
वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माजरा बाईपास पर स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सीमा पर जवानों को हथियार क्यों नहीं उपलब्ध करवाए गए.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि चीन बॉर्डर पर शहीद हुए हिंदुस्तान के जांबाज योद्धाओं की कुर्बानी को हमेशा याद किया जाएगा जिन्होंने चीन बॉर्डर पर जाकर चीनी सेनाओं को मुंहतोड़ जवाब दिया है. कांग्रेस पार्टी के लोग शहीद परिवारों के साथ है और इन शहीदों की शहादत ऐसे ही बर्बाद नहीं होने देंगे.
वहीं, कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने बताया कि लद्दाख में हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला का भी जवान शहीद हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाइना के खिलाफ आर्थिक आंदोलन छेड़ देना चाहिए और चाइना के सामान का भी बहिष्कार करना चाहिए.
बता दें कि 15-16 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में एलएसी पर हुई इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 सैनिकों की मौत हुई थी. भारत और चीन के बीच 1996 की संधि के मुताबिक विवादित सीमा क्षेत्र में तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए किसी भी तरह के हथियार को ले जाने पर रोक है.
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