नाहन: कोरोना काल के बीच अहम भूमिका निभा रही आशा वर्करों ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर युवाओं को तंबाकू से दूर रहने को लेकर जागरूक किया. हालांकि कोरोना के चलते विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पाए, लेकिन जिला मुख्यालय नाहन में स्वास्थ्य शिक्षिका कृष्णा राठौर के नेतृत्व में आशा वर्करों ने वैक्सीनेशन सेटरों पर पहुंचकर युवाओं को तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया.
तंबाकू में 4 हजार के करीब जहरीले पदार्थ होते हैं
धगेड़ा स्वास्थ्य ब्लॉक की स्वास्थ्य शिक्षित कृष्णा राठौर ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर वैक्सीनेशन सेंटरों पर युवाओं को तंबाकू से दूर रहने के लिए विस्तार से इसके दुष्प्रभावों बारे जानकारी दी. उन्होंने कहा कि युवाओं को बताया गया कि तंबाकू में 4 हजार के करीब जहरीले पदार्थ होते हैं, जिसके सेवन से विभिन्न तरह का कैंसर हो सकता है. इसी के चलते नशे से दूर रहने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया गया. युवाओं की इस बाबत मेडिकल काॅलेज में विशेष काउंसलिंग भी दी जाती है.
वहीं, आशा वर्कर मीना शर्मा ने बताया कि वैक्सीनेशन सैंटरों के अलावा आशा वर्करों ने अपने-अपने वार्ड में भी युवाओं को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी. चूंकि इस समय कोरोना काल चल रहा है, जिसमें फेफड़े ही खराब होते हैं.
युवाओं से नशे से दूर रहने का आह्वान
तंबाकू के सेवन से भी फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए युवाओं से नशे से दूर रहने का आह्वान किया गया. बता दें कि 31 मई को जिला सिरमौर में भी 5वें चरण के तहत 18 से 44 आयु वर्ग के युवा वर्ग का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. लिहाजा आशा वर्करों ने न केवल वार्डों बल्कि वैक्सीनेशन सेंटरों पर भी युवाओं को नशे से दूर रहने बारे विस्तार से जागरूक किया.
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