नाहन: जिला सिरमौर के नाहन जेल से फरार कैदी का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि इस बीच एनडीपीएस मामले में सजा काट रहे एक कैदी ने कई आरोप लगाकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. कैदीने कारागार कर्मियों पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं.
जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल नाहन के कारागार कर्मियों पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाने के बाद एक कैदी बीते 23 दिन से आमरण अनशन पर बैठा था. कैदी की इस भूख हड़ताल का किसी को कानों-कान पता नहीं चला. प्रह्लाद शर्मा नाहन सेंट्रल जेल में एनडीपीएस एक्ट के तहत 14 साल की सजा काट रहा है.
बताया जा रहा है कि कैदी को कुछ महीने पहले ही धर्मशाला से सेंट्रल जेल नाहन लाया गया था. 18 अगस्त को कैदी की अचानक जेल में हालत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन उसे नाहन के मेडिकल कॉलेज ले गए. बताया जा रहा है कि अस्पताल में भी कैदी ने कोई भी दवा आदि लेने से साफ इंकार कर दिया.
करीब 5 दिन मेडिकल कॉलेज में रहने के बाद जब जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए तो उन्होंने प्रशासन व पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना पत्र लिख कर दी. शुक्रवार को डीएसपी नाहन परम दत्त शर्मा मेडिकल कॉलेज में कैदी से मिले.
डीएसपी ने सहानुभूति दिखाते हुए जब कैदी से बात की कैदी प्रह्लाद शर्मा ने जेल प्रशासन पर उसके साथ मारपीट किए जाने के गंभीर आरोप लगाते हुए उसे धर्मशाला जेल ट्रांसफर किए जाने की मांग रखी. डीएसपी ने मानवता के साथ-साथ कैदी के साथ पूरी हमदर्दी दिखाते हुए जेल प्रशासन और सरकार से उसकी जेल ट्रांसफर किए जाने का आश्वासन दिया है.
करीब 1 घंटे तक चली कैदी और डीएसपी की बातचीत के बाद कैदी ने केवल डीएसपी के हाथ से ही अनशन खत्म करने की मांग रखी. इसके बाद डीएसपी परम दत्त ने कैदी को जूस पिलाकर उसका अनशन तुड़वाया.
कैदी का कहना है कि परिवार से न मिल पाने के कारण उनकी मानसिक स्थिति खराब हो चुकी है. डीएसपी परम दत्त शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि कैदी प्रह्लाद शर्मा की जेल ट्रांसफर के लिए जेल प्रशासन से कहा जाएगा. सरकार से कैदी की मांग का पक्ष रखा जाएगा.