शिमला: हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter session of the Himachal Vidhansabha) 4 जनवरी से धर्मशाला के तपोवन में होगा. राज्यपाल की मंजूरी के बाद इसकी अधिसूचना विधानसभा सचिवालय ने जारी कर दी है. विधानसभा सत्र तीन दिन का रहेगा. जिसमें नव निवार्चित विधानसभा सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होगा. 14वीं विधानसभा का पहला सत्र धर्मशाला के तपोवन में जनवरी के पहले सप्ताह में 4 जनवरी से 6 जनवरी तक होगा. राज्य सरकार की तरफ विधानसभा सत्र के संबंध में राज्यपाल से सत्र बुलाने का आग्रह किया गया था. राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद अब विधानसभा सचिवालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. विधानसभा सत्र तीन दिन का 4 जनवरी से 6 जनवरी तक होगा.
प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार दिलाएंगे विधायकों को शपथ: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार (Pro tem speaker chandra kumar) नव निवार्चित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे. 5 जनवरी को विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा, राज्यपाल का अभिभाषण भी इस दिन होगा. 6 जनवरी को शासकीय/विधायी कार्य होंगे और राज्यपाल के अभिभाषण के बाद उस पर सीएम सुखविंदर सिंह जवाब देंगे और फिर उसका पारण होगा.
11 दिसंबर को सीएम और डिप्टी सीएम ने ली थी शपथ: हालांकि हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने 11 दिसंबर को शपथ ले ली थी, लेकिन कैबिनेट का विस्तार अभी नहीं हो पाया है. इसी तरह विधानसभा सत्र भी टलते-टलते अब नए साल में होगा. पहले मुख्यमंत्री कोरोना से संक्रमित हो गए और फिर सरकार ने स्टैंड लिया कि हिमाचल में विंटर टूरिस्ट सीजन पीक पर होने के कारण सत्र बाद में किया जाएगा, ताकि वीवीआईपी मूवमेंट के कारण कोई परेशानी न हो.
31 दिसंबर तक हिमाचल से बाहर हैं राज्यपाल: हिमाचल विधानसभा का सत्र इस माह इसलिए भी नहीं कराया जा सका है क्योंकि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर हिमाचल से बाहर हैं. वह 31 दिसंबर के या उसके बाद वापिस लौटेंगे. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का भी 2 जनवरी को मनाली में विंटर कार्निवाल में शामिल होने का कार्यक्रम है. फिर धर्मशाला में उनका नागरिक अभिनंदन है. ऐसे में विधानसभा सत्र 4 जनवरी से रखा गया है. इस तरह अब नए साल में शीतकालीन सत्र हो रहा और इसके बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की कैबिनेट विस्तार भी हो जाएगा. इस तरह नए साल में सुखविंदर सिंह सरकार फुल-फ्लेज्ड काम में लग जाएगी.
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