शिमला: हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के सरकारी संकल्प पर 3 दिन तक विधानसभा में चर्चा हुई और इसे पारित भी कर दिया गया. हालांकि सदन में विपक्षी दल भाजपा ने सरकार के इस संकल्प का समर्थन नहीं किया. ऐसे में सत्ता पक्ष इसको लेकर विपक्ष को घेर रहा है. पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि इस प्रस्ताव का साथ ना देकर विपक्ष का जन विरोधी चेहरा सामने आया है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इससे विपक्ष की असली चेहरा जनता के सामने आ गया है.
'जयराम ठाकुर हिमाचल के सबसे बड़े पलटूराम हैं': पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में आई आपदा पर विपक्ष को सरकार का साथ देना चाहिए था, लेकिन विपक्ष ने साथ नहीं दिया. विक्रमादित्य ने कहा कि विपक्ष का जनता विरोधी चेहरा इतिहास में याद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर हिमाचल के सबसे बड़े पलटूराम हैं. सदन से एकजुट होकर प्रदेश के हित की बात पहुंचाने से जयराम पलट गए. उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन के अंदर बेवजह मुद्दों को उछालने का प्रयास कर रहा है.
विक्रमादित्य सिंह ने सत्र के दौरान विपक्ष के सदन से वॉकआउट और नारेबाजी को लेकर कहा कि विपक्ष आए दिन नया मामला उठाकर सदन का ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार पर कई सवाल भी उठाए. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व सरकार भाजपा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के कारण भर्ती प्रक्रियाएं लंबित पड़ी हैं. उन्होंने पूछा कि पूर्व मुख्यमंत्री बताएं कि भाजपा कार्यकाल के दौरान रोहड़ू और सिराज विधानसभा के डिवीजनों में 35 से 40 करोड़ की लायबिलिटी कैसे हो गई.
पूर्व सरकार के समय के ठेकों की होगी जांच: विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विपक्ष के आरोपों पर कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने चुनावों से पहले करोड़ों रुपये के ठेके अपने चहेते ठेकेदारों को दे दिए. अब पूर्व सरकार द्वारा की गई बंदरबांट पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रहे हैं जो कांग्रेस सरकार हरगिज नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार इन ठेकों की जांच करेगी और जो सही कार्य पाया जाएगा उसकी पेमेंट की जाएगी, लेकिन भाजपा के निजी फायदे के लिए हुईं अनियमितताओं पर पर्दा नहीं डाला जाएगा. इसकी जांच की जाएगी.
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