शिमला: कोरोना महामारी के चलते जयराम सरकार ने सभी मंत्रियों विधायकों के वेतन में तीस फीसदी कटौती के साथ-साथ विधायक निधि को भी दो साल के लिए कोरोना राहत कार्यों के लिए प्रयोग किया जाएगा.
सरकार के इस फैसले का कांग्रेस ने स्वागत किया है, लेकिन कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार के देखा देखी में फैसले न लेने की नसीहत दी है और कहा कि मुख्यमंत्री ने विधायकों के वेतन में कटौती की है ये फैसला जनहित में है, लेकिन विधायक निधि जोकि उपायुक्तों के द्वारा ही विकास कार्यों पर ही खर्च होती है. ऐसे में विधानसभा में दो साल तक काम नहीं होंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार को हवाई पट्टी के लिए रखी गई राशि को सरकार को राहत कार्यों के लिए प्रयोग करना चाहिए. इसके अलावा डिजास्टर मैनेजमेंट में जो पैसा है उसे भी प्रयोग करना चाहिए.
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायक निधि की राशि उतनी ज्यादा नहीं बनेगी, जबकि इन मदों से काफी राशि जमा हो सकती है, साथ ही लोक निर्माण विभाग में भी कोई काम नहीं हो रहे है वहां जो राशि है सरकार उसे भी खर्च कर सकती है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस संकट की घड़ी में कांग्रेस सरकार के साथ खड़ी है, लेकिन सरकार कोई गलत फैसला लेती है और जो जनता के हित में नही उसको लेकर विपक्ष चुप नहीं बैठेगा. उसका विपक्ष विरोध भी करेगा.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय परिवेश में कोई फैसला ले रहे हैं तो मुख्यमंत्री उसकी देखा देखी न करें बल्कि अपनी बुद्धि का भी प्रयोग करे और अधिकारियों से सलाह मशविरा भी करे. बिना सोचे समझे कोई फैसला न करें.
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