शिमला: परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने गुरुवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कार्यों की समीक्षा की. इस बैठक में हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री भी उपस्थित थे.
समीक्षा बैठक के दौरान परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को एचआरटीसी की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. अन्य राज्यों में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का भी अध्ययन किया जाना चाहिए और नवोमेश उपाय किए जाने चाहिए.
परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का दक्षतापूर्वक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को उनका लाभ प्राप्त हो सके. परिवहन निगम की कार्य कुशलता में और सुधार के लिए प्रयास किए जाएं और पारदर्शिता लाने के लिए व्यवहारिक प्रणाली विकसित की जाए.
बिक्रम सिंह ने कहा कि परिवहन निगम में पुरानी टिकेटिंग मशीनों को बदलकर जल्द ही 4500 नई इलेक्ट्रॉनिक बस टिकेटिंग मशीनें (ईबीटीएम) खरीदी जाएंगी. इस पर लगभग 15 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है. ये मशीनें नई सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित होंगी.
निगम द्वारा हमीरपुर, रामपुर, नालागढ़, कुल्लू, सरकाघाट, बिलासपुर, चंबा, जसूर, मंडी और तारादेवी में ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल चलाए जा रहे हैं. इनके माध्यम से निगम को लगभग 50 लाख रुपये की वार्षिक आय प्राप्त हो रही है.
परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकाघाट में 12.50 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च का कार्य प्रगति पर हैं. निगम द्वारा ‘राइड विद प्राइड’ के तहत शिमला शहर में आठ टैंपो ट्रैवलर और 12 टेवेरा टैक्सियां और सोलन में दो टैक्सियां ड्राई लीज आधार पर चलाई जा रही हैं.
शिमला, चंबा, नाहन, धर्मशाला, पालमपुर, नगरोटा, कुल्लू, सुंदरनगर, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, सोलन, रामपुर और केलांग में 50 इलेक्ट्रिक टैक्सियां चलाई जा रही हैं.
परिवहन निगम द्वारा स्मार्ट कार्ड योजना, ग्रीन कार्ड योजना, सम्मान कार्ड योजना और वूमेन डिस्काउंट स्कीम चलाई जा रही है. उन्होंने बस स्टैंड प्रबंधन व विकास प्राधिकरण विभिन्न निर्माणाधीन बस अड्डों के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए.
पढ़ें: PM मोदी 29 सितंबर को आएंगे हिमाचल, अटल रोहतांग टनल का करेंगे उद्घाटन