शिमला: प्रदेश के स्कूलों में शुरू की गई प्री नर्सरी कक्षाओं के छात्रों को प्रशिक्षित शिक्षक ही पढ़ाएंगे. इसके लिए पहले प्रदेश के 4 हजार शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी. ये शिक्षक स्कूलों में छात्रों को प्री नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाएंगे. प्रदेश सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए ट्रेनिंग प्लान तैयार कर लिया गया है.
इन शिक्षकों को प्री नर्सरी के छात्रों को पढ़ाने के रोचक तरीके बताए जाएंगें, जिससे कि बच्चों का मन कक्षाओं में लग सके. अभी तक स्कूलों में अन्य कक्षाओं को पढ़ा रहे शिक्षक ही प्री प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों को पढ़ा रहे हैं, लेकिन अब विभाग की ओर से ये फैसला लिया गया है कि प्रशिक्षित शिक्षक ही छात्रों को स्कूलों में पढ़ाएंगे.
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गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती इनरोलमेंट को बढ़ाने को लेकर 3740 स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की गई हैं. इन कक्षाओं को शुरू करने के बाद अब इन बच्चों को टीचिंग ऐड के साथ ही प्रिंटिंग मटेरियल और फर्नीचर उपलब्ध करवाने के लिए बजट केंद्र की ओर से मुहैया करवाया गया है. ऐसे में अब छात्रों को सभी सुविधाएं स्कूलों में दे कर उन्हें प्रशिक्षित शिक्षकों से ही पढ़ाई करवाने का फैसला शिक्षा विभाग ने लिया है. इस कार्य के लिए विभाग की ओर से नर्सरी और केजी कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम और टीएलएम तैयार किया जा रहा है.
सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि प्री प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. ये प्रशिक्षण 70 मास्टर ट्रेनर देंगे. मास्टर ट्रेनर शिक्षकों को प्री प्राइमरी के छात्रों को किस तरह से पढ़ाना है व कौन-कौन से टीचिंग ऐड्स इस्तेमाल करने हैं इस बारे में ट्रेंड करेंगे. इन अध्यापकों की ट्रेनिंग के लिए पूरा मॉड्यूल भी विभाग की ओर से तैयार किया जा रहा है जिसके तैयार होते ही शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
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