शिमला : ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे बने पानी के टैंक की अब जल्द दरारें भरी जाएंगी. जल निगम ने टैंक को बचाने की कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जल निगम ने ऑनलाइन टेंडर जारी किया है. 20 मई को टेंडर खोले जाएंगे और उसके बाद कार्य भी शुरू किया जाएगा. टैंक के अंदर की दरारों को भरने के लिए करीब डेढ़ करोड़ के खर्च की संभावना जताई जा रही है.
रिज के नीचे बने पानी के टैंक में 9 चेंबर बने हुए है, जिसमे 3 चेंबर में दरारें आई है. जल निगम को बीते वर्ष सफाई करते हुए यह दरारें नजर आई थी ,जिसके बाद आईआईटी रुड़की और आईआईटी दिल्ली से इन दरारों को भरने को लेकर डीपीआर बनाने का आग्रह किया गया ,लेकिन कोई जवाब न आने पर एसजेवीएन ओर पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों ने निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट जल निगम को सौंपी.
जल निगम के एजीएम विजय गुप्ता ने बताया पानी के टैंक के अंदर सफाई के दौरान दरारें देखने को मिली थी ,जिसके बाद इन दरारों को भरने के लिए विशेषज्ञों की राय ली गई. पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों ने डीपीआर तैयार की और अब ऑनलाइन टेंडर जारी किया गया. 20 मई को टेंडर खोला जाएगा और एक माह के बाद कार्य शुरू किया जाएगा.
उन्होंने बताया अभी इन दरारों से टैंक को कोई खतरा नहीं है, लेकिन जिस तरह से लक्कड़ बाजार की तरफ सिंकिंग जोन है. उससे भविष्य में इसको खतरा न हो इसको देखते हुए इन्हें जल्द भरने की कवायद शुरू की गई. बता दें शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे अंग्रेजों ने पानी का टैंक बनाया गया था, इस टैंक से शहर भर में पानी की सप्लाई होती है. टैंक के अंदर 9 चेंबर बनाए गए है, जिसमे 45 लाख लीटर पानी स्टोर किया जाता है.