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स्कूलों में बायॉमेट्रिक मशीन लगाने पर खड़ा हुआ विवाद, शिक्षकों ने इस बात पर जताया विरोध - teacher union opposed biometric attendence

प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों में लगाई जाने वाली बायॉमेट्रिक मशीनों के लिए शिक्षकों को अपने नाम पर 4जी सिम कार्ड खरीदने निर्देश दिए है. इस फैसले का प्रदेश राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने विरोध जताया है.

teacher union opposed biometric attendence system
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Published : Oct 29, 2019, 10:39 AM IST

शिमला: प्रदेश में 4 हजार से अधिक प्राइमरी और मिडल स्कूलों में आधार नंबर वाली बायोमीट्रिक मशीनें लगाने पर विवाद खड़ा हो गया है. प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए निर्देशों के तहत स्कूलों में लगाई जाने वाली बायॉमेट्रिक मशीनों के लिए शिक्षकों को अपने नाम पर 4जी सिम कार्ड खरीदने होंगे. शिक्षकों ने विभाग के इस फैसले का विरोध किया है.

बता दें कि मामला तूल पकड़ता हुआ अब शिक्षा निदेशालय जा पहुंचा है. शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल का कहना है कि शिक्षकों को अपने ही नाम पर 4 जी सिम लेनी होगी. स्कूल प्रबंधन एसएमसी के नाम पर भी वह इस सिम कार्ड को खरीद सकते हैं.

वीडियो.

वहीं, प्रदेश राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग की है कि बायोमेट्रिक मशीनों के लिए 4जी सिम कार्ड का प्रावधान शिक्षा निदेशालय अपने स्तर पर ही करे. शिक्षकों का तर्क है कि उनकी ट्रांसफर अलग-अलग स्कूलों में होती रहती है. ऐसे में यह फैसला बिल्कुल भी सही नहीं होगा.

इतना ही नहीं शिक्षक संघ ने 4जी सिम के फैसले के साथ-साथ स्कूलों में बायॉमेट्रिक मशीनें लगाने का भी विरोध जताया है. शिक्षक संघ का मानना है कि प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के शिक्षकों की कमी है. वहां शिक्षकों से एक साथ कई काम लिए जा रहे हैं. ऐसे में स्कूलों में यह बायॉमेट्रिक मशीनें लगाने से कोई लाभ नहीं है.

शिमला: प्रदेश में 4 हजार से अधिक प्राइमरी और मिडल स्कूलों में आधार नंबर वाली बायोमीट्रिक मशीनें लगाने पर विवाद खड़ा हो गया है. प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए निर्देशों के तहत स्कूलों में लगाई जाने वाली बायॉमेट्रिक मशीनों के लिए शिक्षकों को अपने नाम पर 4जी सिम कार्ड खरीदने होंगे. शिक्षकों ने विभाग के इस फैसले का विरोध किया है.

बता दें कि मामला तूल पकड़ता हुआ अब शिक्षा निदेशालय जा पहुंचा है. शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल का कहना है कि शिक्षकों को अपने ही नाम पर 4 जी सिम लेनी होगी. स्कूल प्रबंधन एसएमसी के नाम पर भी वह इस सिम कार्ड को खरीद सकते हैं.

वीडियो.

वहीं, प्रदेश राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग की है कि बायोमेट्रिक मशीनों के लिए 4जी सिम कार्ड का प्रावधान शिक्षा निदेशालय अपने स्तर पर ही करे. शिक्षकों का तर्क है कि उनकी ट्रांसफर अलग-अलग स्कूलों में होती रहती है. ऐसे में यह फैसला बिल्कुल भी सही नहीं होगा.

इतना ही नहीं शिक्षक संघ ने 4जी सिम के फैसले के साथ-साथ स्कूलों में बायॉमेट्रिक मशीनें लगाने का भी विरोध जताया है. शिक्षक संघ का मानना है कि प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के शिक्षकों की कमी है. वहां शिक्षकों से एक साथ कई काम लिए जा रहे हैं. ऐसे में स्कूलों में यह बायॉमेट्रिक मशीनें लगाने से कोई लाभ नहीं है.

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Intro:प्रदेश के प्रारंभिक स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें लगने से पहले ही इन मशीनों को लगाने पर विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर स्कूलों को जो निर्देश जारी किए गए है की बायोमेट्रिक मशीनों के लिए स्कूल शिक्षक अपने नाम पर सिम कार्ड खरीदे उसका विरोध प्रदेश भर के स्कूलों में तैनात शिक्षक कर रहे है। शिक्षकों की शिकायत हैं बायोमेट्रिक मशीनों को लगाने के लिए अपने नाम पर फोर जी सिम लेने के निर्देश शिक्षकों को दिए गए है। अब शिक्षक इसी बात का विरोध शिक्षक जता रहे है। 



Body:अब यह मामला शिक्षा निदेशालय जा पहुंचा है तो शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल का कहना है कि शिक्षकों को अपने न ओर ही यह फ़ॉर जी सिम लेनी होगी। अगर उन्हे अपने नाम पर सिम नहीं लेनी है तो एसएमसी के नाम पर भी वह इस सिम कार्ड खरीद सकते है। प्रदेश राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने यह मांग निदेशालय से की है कि बायोमेट्रिक मशीनों के लिए फ़ॉर जी सिम कार्ड ला प्रावधान निदेशालय अपने स्तर पर ही करे। शिक्षकों का तर्क है कि उनकी ट्रांसफ़र अलग-अलग स्कूलों में होती है ऐसे में यह सही नहीं है कि उनके नाम से सिम कार्ड किया जाए। 





Conclusion:शिक्षक संघ ने फ़ॉर जी सिम के साथ ही बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का भी विरोध जताया है। उनका मानना है कि जहां प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों शिक्षकों की कमी है उनसे एक साथ क़ई काम लिए जा रहे है तो ऐसे में यह कैसे संभव है कि स्कूलों में यह बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का कोई लाभ नहीं है। ऐसे में शिक्षा विभाग को इसके बारे सोचना चाहिए।



 


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