शिमलाः कोरोना महामारी ने हर वर्ग को बुरी तरह प्रभावित किया है. शिमला के पर्यटन कारोबारियों का धंधा चौपट हो गया है. पर्यटन कारोबार से जुड़े टैक्सी ऑपरेटर के सामने रोजी-रोटी का भी संकट आ खड़ा हुआ है. ऐसे में टैक्सी ऑपरेटर ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से दिल्ली सरकार की तर्ज पर आर्थिक मदद देने की मांग उठाई है.
आर्थिक मदद की मांग
राजधानी शिमला और हिमाचल कमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चेयरमैन राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि दिल्ली सरकार ने टैक्सी चालकों के साथ रिक्शा चालकों के खाते में पांच-पांच हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की है.
सरकार से राहत की मांग
राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि कोरोना की वजह से टैक्सी का संचालन पूरी तरह बंद हो गया है. ऐसे में उनके सामने घर परिवार को पालने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. उन्होंने पहले भी प्रदेश सरकार से राहत देने की मांग की थी, लेकिन अब तक प्रदेश सरकार की ओर से कोई राहत नहीं दी गई है. राजेंद्र ठाकुर ने प्रदेश सरकार से टैक्सी की किस्तें 2 साल बिना ब्याज आगे बढ़ाने की भी मांग की है.
बुरे समय से गुजर रहे हैं टैक्सी चालक
राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि कोरोना के बीच बैंक और इंश्योरेंस कंपनी द्वारा भी परेशान किया जा रहा है. काम न होने के बावजूद उन्हें इंश्योरेंस देना पड़ रहा है. कई चालक तो अपनी गाड़ी की किस्त भरने में भी सक्षम नहीं हैं. ठाकुर ने कहा कि टैक्सी चालक आज बहुत बुरे समय से गुजर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि उन पर ध्यान दिया जाए, ताकि वह भी अपने घर परिवार का गुजर-बसर कर सके.
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