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शिमला के इस 500 साल पुराने मंदिर में जमीन से प्रकट हुआ था शिवलिंग, ब्रिटिश श्रद्धालु भी करते थे पूजा अर्चना!

ऐतिहासिक शिव मंदिर में हर साल शिवरात्रि के अवसर पर तीनों पहर विशेष पूजा अर्चना होती है. मान्यता के अनुसार मंदिर में शिव लिंग स्वयम्भू यानी खुद जमीन में प्रकट हुआ था.

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Published : Feb 28, 2019, 6:10 PM IST

शिमलाः राजधानी के माल रोड पर 500 साल पुराना एक ऐतिहासक शिव मंदिर स्थित है. मान्यता के अनुसार मंदिर में शिव लिंग स्वयम्भू यानी खुद जमीन में प्रकट हुआ था. ऐतिहासिक शिव मंदिर में हर साल शिवरात्रि के अवसर पर तीनों पहर विशेष पूजा अर्चना होती है. सैकड़ों लोग सुबह 7 बजे से लंबी कतारों में लग कर शिवलिंग की पूजा अर्चना करते हैं.

स्पेशल रिपोर्ट

ऐसे स्थापित हुआ था मंदिर
माना जाता है कि यह शिवलिंग पहले खुले में हुआ करता था, लेकिन एक भक्त मदन गिरी ने संबत 1842 में मन्दिर का निर्माण करवाया, तब से समय-समय पर मंदिर का नवीनीकरण होता रहा है. मान्यता के अनुसार जो भी इस मंदिर में सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करता है उसकी हर मुराद पूरी होती है.

शिमला में पहली बार होगा शिव विवाह

shiv temple
डिजाइन फोटो
शिवरात्रि के अवसर पर इस बार शिव विवाह का आयोजन किया जाएगा. ऐतिहासिक शिव मंदिर में जगह कम होने के कारण शिव विवाह राम मंदिर में किया जाएगा. मंदिर के पुजारी ने बताया कि ये मंदिर 500 से 600 साल पुराना है और अंग्रजों के जमाने में भी लोग बड़ी श्रद्धा से पूजा अर्चना करने आते थे. उनका कहना था कि अंग्रेज भी इस मंदिर में जरूर आते थे. यहां का शिवलिंग खुद जमीन से प्रकट हुआ है. जो किसी चमत्कार से नहीं माना जाता है.

शिमलाः राजधानी के माल रोड पर 500 साल पुराना एक ऐतिहासक शिव मंदिर स्थित है. मान्यता के अनुसार मंदिर में शिव लिंग स्वयम्भू यानी खुद जमीन में प्रकट हुआ था. ऐतिहासिक शिव मंदिर में हर साल शिवरात्रि के अवसर पर तीनों पहर विशेष पूजा अर्चना होती है. सैकड़ों लोग सुबह 7 बजे से लंबी कतारों में लग कर शिवलिंग की पूजा अर्चना करते हैं.

स्पेशल रिपोर्ट

ऐसे स्थापित हुआ था मंदिर
माना जाता है कि यह शिवलिंग पहले खुले में हुआ करता था, लेकिन एक भक्त मदन गिरी ने संबत 1842 में मन्दिर का निर्माण करवाया, तब से समय-समय पर मंदिर का नवीनीकरण होता रहा है. मान्यता के अनुसार जो भी इस मंदिर में सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करता है उसकी हर मुराद पूरी होती है.

शिमला में पहली बार होगा शिव विवाह

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शिवरात्रि के अवसर पर इस बार शिव विवाह का आयोजन किया जाएगा. ऐतिहासिक शिव मंदिर में जगह कम होने के कारण शिव विवाह राम मंदिर में किया जाएगा. मंदिर के पुजारी ने बताया कि ये मंदिर 500 से 600 साल पुराना है और अंग्रजों के जमाने में भी लोग बड़ी श्रद्धा से पूजा अर्चना करने आते थे. उनका कहना था कि अंग्रेज भी इस मंदिर में जरूर आते थे. यहां का शिवलिंग खुद जमीन से प्रकट हुआ है. जो किसी चमत्कार से नहीं माना जाता है.
Intro:शिमला मॉल रोड पर स्थित है 500साल पुराना ऐतिसाहिक शिव मंदिर
जमीन से खुद प्रकट हुई थी शिवलिंग।
शिमला
राजधानी के माल रोड पर एक ऐतिहासक शिव मंदिर स्थित है। मान्यता के अनुसार ये मंदिर 500 साल पुराना है। और यहाँ का शिव लिंग स्वयम्भू यानी कि खुद जमीन में प्रकट हुआ था।


Body:ऐतिहासिक शिव मंदिर में प्रतिवर्ष शिब रात्रि के अवसर पर तीनों पहर विशेष पूजा अर्चना होती है। सैंकड़ो लोग सुबह 7बजे से लम्बी कतारों में लग कर शिव लिंग की पूजा अर्चना करते है।

ऐसे हुआ मन्दिर के निर्माण
यह शिवलिंग पहले खुले में हुआ करता था।लेकिन एक भक्त मदन गिरी ने संबत 1842 में मन्दिर का निर्माण करवाया तब से समय समय पर मन्दिर का जीवर्णोधार होता रहा।
मान्यता के अनुसार जो भी इस मंदिर में सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करता है उसकी हर मुराद पूरी होती हैं

शिमला में पहली बार होगा शिव विवाह
शिव रात्रि के अवसर पर इस बार शिव विवाह का आयोजन किया जाएगा। ऐतिहासिक शिव मंदिर में जगह कम होने के कारण शिव विवाह राम मंदिर में किया जाएगा।


Conclusion:मन्दिर के पुजारी ने बताया कि ये मंदिर 500से 600 साल पुराना है और अंग्रजो के जमाने मे भी लोग बड़ी श्रद्धा से पूजा अर्चना करने आते थे। उनका कहना था कि अंग्रेज भी इस मंदिर में जरूर आते थे क्यो की यहा का शिवलिंग खुद जमीन से प्रकट हुआ है।जो किसी चम्तकार से कम नही है।
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