शिमला: राजधानी शिमला के गेयटी थियेटर में मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समरोह का आयोजन किया गया. इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने समरोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने समारोह की अध्यक्षता की.
संविधान दिवस के अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि विश्व के सबसे बडे़ लोकतांत्रिक देश भारत की उन्नति में हमारे संविधान ने प्रमुख भूमिका निभाई है. राज्यपावल ने कहा कि डॉ. भीम राव अम्बेडकर के भारतीय संविधान में महत्वपूर्ण योगदान से भारत के नागरिक लाभान्वित हुए हैं. भारतीय संविधान की वजह से भारतीय नागरिकों को न्याय, समानता, स्वतंत्रता मिली है.
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संविधान स्वतंत्र न्यायपालिका, प्रशासन और स्वतंत्र विधायिका को महत्व प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ निष्पक्ष और निडर मीडिया संविधान को अधिक सशक्त बनाता है.
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 1949 में आज ही के दिन भारत के संविधान को अपनाया गया और 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था. संविधान दिवस आयोजित करने का उद्देश्य भारतीय संविधान के महत्व और इसके रचनाकार डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना है.
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डॉ. भीम राव अम्बेडकर के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने संविधान को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.सीएम ने कहा कि हमारे संविधान ने पिछले 70 वर्षों में प्रजातंत्र को सुदृढ़ करने और सशक्त किया है. सीएम ने कहा कि हमारा संविधान भारत को सार्वभौम, समाजवादी, धर्म निरपेक्ष, प्रजातंत्रिक गणराज्य घोषित करता है, जो नागरिकों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता और भाईचारे की भावना को निश्चित करता है.