शिमला: केएनएच अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से ट्राइस रूम तैयार कर दिया गया है. अस्पताल में आने वाली हर गर्भवती महिलों को ट्राइस रूम से होकर ही ओपीडी के लिए भेजा जा रहा है. इस ट्राइस रूम में पहले महिलाओं की कोरोना की स्क्रीनिंग की जा रही है. स्क्रीनिंग के बाद महिलाओं की पर्ची बनाई जाती है और फिर उन्हें ओपीडी में भेजा जाता है. इससे केएनएच में कोरोना संक्रमण होने का खतरा ना के बराबर हो गया है.
वहीं, अस्पताल में आने वाली हर महिला की स्क्रीनिंग से स्टाफ के संक्रमित होने का डर नहीं रहेगा. हालांकि इससे पहले भी यहां पर स्क्रीनिंग की जा रही थी, लेकिन वह गेट पर होती थी, जहां महिलाओं के लिए खड़े होने के लिए भी परेशानी हो जाती थी. अब इसके लिए एक प्रॉपर रूम तैयार किया गया है. केएनएच अस्पताल में रोजाना 400 से ज्यादा महिलाएं जांच के लिए आ रही हैं. उसके साथ परिजन भी रहते हैं, ऐसे में यहां पर कोरोना संक्रमण का भी खतरा हो सकता है.
ट्राइस रूम का एक बड़ा फायदा यह भी है कि उसके आगे ओपीडी के लिए केवल महिला को ही भेजा जा रहा है. परिजनों को अब अस्पताल में एंट्री नहीं मिलेगी. चेकअप करवाने आई महिलाओं को ही ट्राइस रूम से स्क्रीनिंग के बाद ओपीडी तक जाने दिया जाएगा और अन्य परिजनों को वहां से बाहर भेज दिया जा रहा है. इमरजेंसी में परिजनों को भेजा जाएगा लेकिन उनकी भी ट्राइस रूम में पूरी स्क्रीनिंग की जा रही है.
केएनएच अस्पताल की एमएस डॉ. अंबिका चौहान ने बताया कि अस्पताल में महिलाओं और परिजनों की कोरोना स्क्रीनिंग के लिए अलग से ट्राइस रूम तैयार किया गया है. इसमें स्क्रीनिंग के बाद ही महिलाओं को ओपीडी के लिए भेजा जाता है. परिजन ट्राइस रूम से आगे नहीं जा पाएंगे. महिलाओ और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी कदम उठाया गया है.