शिमला: हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले की जांच के लिए सरकार एक कमेटी की गठित करेगी. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने देहरा से विधायक होशियार सिंह के सवाल में सदन में इसका ऐलान किया. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार इसके लिए डीआईजी अभिषेक दुल्लर की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन करेगी. अभिषेक दुल्लर धर्मशाला में तैनात हैं और इससे पहले वह सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. कमेटी पूरे प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी की शिकायतें की जांच करेगी.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले पूरे देश में आए हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले के 6 एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि 56 शिकायतें पुलिस के पास आई हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग बहुत जल्दी पैसा कमाने की चाह रखते हैं, वह बहुत जल्दी इसके झांसे में आ जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार एसआईटी में ऐसे अधिकारियों को शामिल करेगी जो इस तरह के मामलों की जांच में निपुण होंगे.
इससे पहले विधायक होशियार सिंह ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में ही 10 करोड़ का फ्रॉड किया गया है. उन्होंने सदन में 425 लोगों की सूची भी रखी जिन्होंने यह फ्रॉड किया है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस मामले की गंभीरता से जांच करे ताकि ताकि गरीबों के साथ लूट न हो. उन्होंने कहा कि यह स्कैम करोड़ों में है. उन्होंने कहा कि 200 करोड़ का स्कैम हमीरपुर में हुआ है, 250 करोड़ का कांगड़ा, 100 करोड़ का ऊना में फ्रॉड किया गया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण से यह फ्रॉड किया गया है. बिना राजनीतिक संरक्षण के इतना बड़ा स्कैम नहीं हो सकता. इस पर मुकेश अग्निहोत्री इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित करने का ऐलान किया.
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