शिमला: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. देश में इस जानलेवा वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 107 पहुंच गई है. कोरोना वायरस के चलते कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज, सिनेमा हॉल को बंद कर दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च तक सभी शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश जारी हुए हैं. राजधानी शिमला में जहां स्कूलों में अभी सेशन की शुरुआत ही हुई है, वहीं कोरोना की वजह से स्कूल बंद होने पर बच्चों को अपने सिलेबस की चिंता सताने लगी है.
स्कूली बच्चे को डर सता रहा है कि उनका सिलेबस पूरा नहीं होगा और फिर उन्हें पढ़ाई का बोझ ज्यादा होगा. बच्चों का कहना है कि सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्कूल को बंद किया है जो सुरक्षा और कोरोना से बचाव के लिए अच्छा है. बच्चे अगर घर पर रहेंगे और भीड़-भाड़ में नहीं जाएंगे तो वह वायरस से बच सकते है.
वहीं, छात्रों का यह भी कहना है कि अभी सेशन की शुरुवात हुई है और अप्रैल में टर्म एग्जाम भी होने हैं. ऐसे में अब सिलेबस कवर करने में परेशानी होगी. हालांकि बच्चे कोरोना वायरस को लेकर भी पूरी तरह से जागरूक दिखे.
बच्चों ने बताया कि कोरोना वायरस किस तरह से फैल रहा है और किस तरह से इस वायरस से बचा जा सकता है. बच्चों ने कहा कि हमें बार-बार अपने हाथ धोने चाहिए और उन्हें सेनिटाइज करना चाहिए जिससे जर्म्स मर जाए. वहीं, खांसते और छींकते समय भी मुहं को टिशू या फिर अपने हाथों से कवर करना चाहिए और उसके बाद हाथ साबुन से धोने चाहिए.
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