शिमला: जिला शिमला के ठियोग में पानी की समस्या को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अगुवाई विधायक राकेश सिंघा ने की, जिसमें पानी की समस्या से परेशान लोगों ने भाग लिया. राकेश सिंघा ने कहा समस्या हल न होने पर टूटीकंडी में अनिश्चितकाल धरना दिया जाएगा.
लोगों का कहना है कि पानी की सप्लाई दो से तीन महीने बाद भी ठीक नहीं आ रही है. हालात ऐसे है कि पीने और पशुओं के लिए पानी बड़ी दूर से लाना पड़ता है. वहीं, संधू से आई एक महिला का आरोप है कि उसके घर तक पानी की पाइप को बिछे काफी समय हो गया है, लेकिन उसमें विभाग पानी देने के लिये आनाकानी कर रहा है.
कराना गांव से आये लोगों ने कहा कि 1986 से लेकर पानी की जो स्कीम चली थी. इसमें उस समय मात्र 65 लोगों को पानी मिलता था आज वहां पर 300 से ज्यादा नल लगे हुए हैं. साथ ही पानी 15 से 20 दिन के बाद मिल रहा है. लोगों का कहना है कि 30 सालों से उस लाइन को एक बार भी नहीं बदला गया. हर तीसरे दिन उस लाइन में वेल्डिंग करके पानी छोड़ा जाता है, जिससे लोगों को पानी की सप्लाई नहीं हो पाती.
पानी की समस्याओं को सुनने के बाद विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि ठियोग में पेयजल की योजना सुचारू रूप से नहीं चल रही है. लोगों को 15 दिन के बाद पानी मिल रहा है, लेकिन सरकार इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. अब ऐसे में लोगों के साथ मिलकर शिमला में 3 दिसंबर से अनिश्चित काल के लिए धरना दिया जाएगा.
ये धरना तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार ने लोगों की समस्याओं का हल नहीं किया. आपको बता दें कि काफी समय से लोग पानी की समस्या को लेकर विधायक के पास अपनी शिकायत लेकर आ रहे थे. वहीं, विभाग भी स्टाफ की कमी और पाइपों की कमी का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ रहा है. ऐसे में अब लोग धरने पर बैठने को मजबूर हो गए हैं.