शिमला: प्रदेश में कर्फ्यू लागू होने के बाद से ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए राज्य की सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी हैं. वहीं, जिलों की सीमाओं पर भी जांच व्यवस्था को चाकचौबंद कर दिया गया है. राजधानी शिमला की बात की जाए तो यहां के एंट्री पॉइंट शोघी से शिमला आने के जाने वाले रास्ते पर सख्त बंदोबस्त किए गए हैं.
बता दें कि शिमला में एंटर होने से पहले सभी वाहनों को सेनिटाइज किया जा रहा है. वहीं जो लोग वाहन में बैठ के आ रहे हैं उनकी थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है. यात्रियों की ट्रेवल हिस्ट्री और स्वास्थ्य जांच कर बाद ही लोगों को जिला में प्रवेश दिया जा रहा है. अगर व्यक्ति का तापमान 100 से ऊपर आता है या कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो उसे टेस्ट के लिए DDU अस्पताल भेजा जा रहा है.
वहीं, बैरियर पर लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए नया सुरक्षित जांच कमरा तैयार किया गया है ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. डॉ. केडी शर्मा शर्मा का कहना है कि हर रोज करीब 400 लोगों की जांच की जा रही है और बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को नहीं जाने दिया जा रहा है.
शिमला में जगह-जगह पर पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद है. चौकी इंजार्ज देवराज का कहना है कि शिमला चंडीगढ़ नेशनल हाइवे का यह एंट्री पॉइंट है. ऐसे में यहां से बिना अनुमति के किसी वाहन और व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है
बात दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई है. कर्फ्यू पास पर ही शहर में प्रवेश दिया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
ये भी पढ़ें: EXCLUSIVE: कोरोना संकट और विदेशों में फंसे छात्रों की घर वापसी पर क्या बोले सीएम जयराम ठाकुर