शिमला: हिमाचल प्रदेश में निजी बस चालक-परिचालक की हड़ताल गुरुवार को पहले से ही तय थी. जिस कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सबसे ज्यादा परेशानी हरियाणा से शिमला में पुलिस भर्ती की परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को उठानी पड़ी.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 4000 के लगभग निजी बस चलती हैं. बसें ना चलने से स्थानीय लोगों को भी अपने आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालंकि एचआरटीसी की बसें तो चल रहीं थी, लेकिन वह ना काफी नजर आई.
बाहरी राज्यों से पुलिस भर्ती की परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को हुई परेशानी
वहीं, पुलिस भर्ती की परीक्षा का केंद्र शिमला के पंथाघाटी में था, जो शिमला लोकल बस अड्डे से करीब नौ किलोमीटर दूर है, लेकिन 4 से 5 अभ्यर्थी सुबह 10 बजे से 12:30 तक खड़े रहे, लेकिन कोई बस नहीं आई. हालांकि आमतौर पर थोड़ी-थोड़ी देर बाद बसें पंथाघाटी के लिए जाती रहती थी, लेकिन निजी बस नहीं चलने से अभ्यर्थियों को परेशानी आई.
निजी बस चालक परिचालक यूनियन के जिला अध्यक्ष रूप लाल ने बताया कि आज कोई भी निजी बस नहीं चलाई जाएंगी. उनका कहना था कि चालक परिचालक की कोई सुरक्षा नहीं है क्योंकि आए दिन बस मालिक चालक परिचालक को निकाल रहे हैं और उन्हें उचित वेतन भी नहीं देते.
8 घंटे के बजाए 13 घंटे कर रहे हैं काम
उनका कहना था की निजी बस चालक परिचालक को आठ घंटे के बजाए 13 घंटे काम लिया जा रहा है. उन्हें कोई ओवर टाइम वेतन नहीं दिया जाता है. उनकी मांग है कि उन्हें डबल ओवर टाइम दिया जाए. उन्हें ईपीएफ भी दिया जाना चाहिए. उनका कहना था कि निजी बस चालक परिचालक शोषण का शिकार हो होंरहे है क्योंकि उनका कहीं पर भी नाम रजिस्टर्ड नहीं है, ना कोई पहचान पत्र बना है. जिससे उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है.
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