शिमला: राजधानी शिमला में बर्फबारी के तीसरे दिन भी लोगों की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है. सड़कों पर कोरा जमने से गाड़ियों के पहिए घूम रहे है जिससे सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में हादसे होने की संभावना बनी रहती है.
हालांकि सड़कों पर मिट्टी और रेत डाली जा रही है, ताकि सड़कों पर वाहनों को फिसलने से रोका जा सके. वहीं, ऊपरी शिमला के लिए अभी तक सड़कें बहाल नहीं हो पाई है. कुफरी, खड़ापत्थर और नारकंडा में 4 से 5 फीट तक बर्फबारी हुई है. इस कारण ऊपरी शिमला में पैदल चलना भी आसान नहीं है. फिसलन के कारण लोग गिर रहे हैं, जिससे चोटें लग रही है.
शिमला से बिलासपुर और कालका के लिए बसें चल रही है, लेकिन पुराना बस स्टैंड से खलीनी और संजौली के लिए बसें नहीं जा रही हैं. साथ ही आईएसबीटी शिमला से कोई भी बस खलीनी की तरफ नहीं जा रही है. वहीं, पुराने बस स्टैंड से नए बस स्टैंड के लिए बसों की आवाजाही हो रही है, लेकिन कोरे की वजह से बसे फंस रही है और इस कारण जाम लग रहा है.
वहीं, शिमला में कई क्षेत्रों में अभी तक दूध, ब्रेड और अखबार की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई है. हालांकि आज भी शिमला में धूप खिली है, लेकिन अभी तक जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है.
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