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राजधानी में बर्फबारी के कारण नहीं हुई मुश्किलें कम, इन सड़कों पर अभी भी बसों की आवाजाही बंद - शिमला न्यूज

राजधानी शिमला में बर्फबारी के तीसरे दिन भी लोगों की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है. सड़कों पर कोरा जमने से गाड़ियों के पहिए घूम रहे है जिससे सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में हादसे होने की संभावना बनी रहती है.

people facing problem in shimla snowfall
बर्फबारी के कारण लोगों की समस्याएं
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Published : Jan 10, 2020, 12:37 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में बर्फबारी के तीसरे दिन भी लोगों की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है. सड़कों पर कोरा जमने से गाड़ियों के पहिए घूम रहे है जिससे सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में हादसे होने की संभावना बनी रहती है.

हालांकि सड़कों पर मिट्टी और रेत डाली जा रही है, ताकि सड़कों पर वाहनों को फिसलने से रोका जा सके. वहीं, ऊपरी शिमला के लिए अभी तक सड़कें बहाल नहीं हो पाई है. कुफरी, खड़ापत्थर और नारकंडा में 4 से 5 फीट तक बर्फबारी हुई है. इस कारण ऊपरी शिमला में पैदल चलना भी आसान नहीं है. फिसलन के कारण लोग गिर रहे हैं, जिससे चोटें लग रही है.

वीडियो रिपोर्ट

शिमला से बिलासपुर और कालका के लिए बसें चल रही है, लेकिन पुराना बस स्टैंड से खलीनी और संजौली के लिए बसें नहीं जा रही हैं. साथ ही आईएसबीटी शिमला से कोई भी बस खलीनी की तरफ नहीं जा रही है. वहीं, पुराने बस स्टैंड से नए बस स्टैंड के लिए बसों की आवाजाही हो रही है, लेकिन कोरे की वजह से बसे फंस रही है और इस कारण जाम लग रहा है.

वहीं, शिमला में कई क्षेत्रों में अभी तक दूध, ब्रेड और अखबार की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई है. हालांकि आज भी शिमला में धूप खिली है, लेकिन अभी तक जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है.

ये भी पढ़ेंं: राजधानी शिमला में खिली धूप, ठिठुरन से घरों में दुबके लोग

शिमला: राजधानी शिमला में बर्फबारी के तीसरे दिन भी लोगों की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है. सड़कों पर कोरा जमने से गाड़ियों के पहिए घूम रहे है जिससे सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में हादसे होने की संभावना बनी रहती है.

हालांकि सड़कों पर मिट्टी और रेत डाली जा रही है, ताकि सड़कों पर वाहनों को फिसलने से रोका जा सके. वहीं, ऊपरी शिमला के लिए अभी तक सड़कें बहाल नहीं हो पाई है. कुफरी, खड़ापत्थर और नारकंडा में 4 से 5 फीट तक बर्फबारी हुई है. इस कारण ऊपरी शिमला में पैदल चलना भी आसान नहीं है. फिसलन के कारण लोग गिर रहे हैं, जिससे चोटें लग रही है.

वीडियो रिपोर्ट

शिमला से बिलासपुर और कालका के लिए बसें चल रही है, लेकिन पुराना बस स्टैंड से खलीनी और संजौली के लिए बसें नहीं जा रही हैं. साथ ही आईएसबीटी शिमला से कोई भी बस खलीनी की तरफ नहीं जा रही है. वहीं, पुराने बस स्टैंड से नए बस स्टैंड के लिए बसों की आवाजाही हो रही है, लेकिन कोरे की वजह से बसे फंस रही है और इस कारण जाम लग रहा है.

वहीं, शिमला में कई क्षेत्रों में अभी तक दूध, ब्रेड और अखबार की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई है. हालांकि आज भी शिमला में धूप खिली है, लेकिन अभी तक जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है.

ये भी पढ़ेंं: राजधानी शिमला में खिली धूप, ठिठुरन से घरों में दुबके लोग

Intro:शिमला में बर्फ़बारी के तीसरे दिन भी लोगो की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है। सड़को पर कोरा जमने से गाड़ियों के पहिए घूम रहे है जिससे सड़कों पर चलना ख़तरे से ख़ाली नहीं है। शिमला में कई क्षेत्रों में अभी तक दूध ,ब्रेड और अखबार की सप्लाई भी नही पहुंच पाई है। पानी की पाइप जाम हो गई है। हालांकि आज भी शिमला में धूप खिली है, लेकिन अभी तक जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। दोपहर तक हालात सामान्य होने की उम्मीद है। ऊपरी शिमला के लिए अभी तक सड़कें बहाल नहीं हो पाई है। क्योंकि कुफ़री, खड़ापत्थर ,नारकण्डा सहित 4 से 5 फ़ीट तक बर्फ़बारी हुई है। बसें तो दूर ऊपरी शिमला में पैदल चलना भी आसान नहीं है। ऐसे में ऊपरी शिमला में जन जीवन को पटरी पर लौटने के लिए ओर वक़्त लग सकता है। Body: शिमला से बिलासपुर ओर कालका के लिए बसे चल रही हैलेकिन पुराना बसस्टेन्ड से कोई भी बस खलिनी व संजोली को नही जा रही है
लकड़बजार पहले ही बन्द पड़ा है। आईएसबीटी से कोई भी बस खलिनी जी तरफ नही जा रही है
पुराने बस स्टैंड से नए बस स्टैंड के लिए बसों की आवाजाही तो हो रही है लेकिन कोरे की वजह से बसे फंस रही है और जाम लगा हुआ है।Conclusion:वही सड़को पर फिसलन से आम लोगो का चलना भी मुश्किल हो गया है। फिसलन से लोग गिर रहे है जिससे चोटें लग रही है। शहर में हालांकि सड़को पर रेत डाली जा रही है लेकिन बसे नहा चल पा रही है।लोग भी रास्तों पर बैठ कर चल रहे है। वही आज भी धूप खिली है और शाम तक स्तिथि समस्या होने की उम्मीद है।
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