शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में लोगों का विश्वास बढ़ा है. इस बारे में आईजीएमसी एमएस डॉ. जनक राज ने बुधवार को ईटीवी से बातचीत के दौरान बताया कि आईजीएमसी में दूरदराज से मरीज इलाज के लिए आते हैं और लोग पीएचसी व सीएचसी में ना जाकर सीधे यहीं आते रहे हैं.
![patients in igmc](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/2817061_igmc-shimla-1.png)
आईजीएमसी एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि बीते साल 2018 में 8 लाख मरीजों ने अपना इलाज करवाया है. वहीं, इस साल 25 मार्च को सबसे ज्यादा ओपीडीन 4091 यानी 4100 के लगभग ही रही हैं. इनमें से 2482 नए मरीज थे. इनमें पुरूष मरीज 1285 जबकि महिला मरीज 1197 थीं. इसी तरह पुराने मरीजों की संख्या 1609 रही जिसमें 857पुरुष और 752महिला थीं.
इससे पहले बीते साल अक्टूबर में 3700 मरीज इलाज के लिए आईजीएमसी पहुंचे थे. डॉक्टर्स के अनुसार मौसम बदलाव के कारण सर्दी जुकाम और बुखार के मामले में बढ़ोतरी हुई है जिसके कारण अधिक संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं.
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