शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को जानने के लिए उड़ीसा विधानसभा के अध्यक्ष की अगुवाई में 7 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने शिमला में विधानसभा का दौरा किया और प्रदेश विधानसभा की ई- विधान प्रणाली, ई-कमेटी सिस्टम और ई-चुनाव क्षेत्र को समझा.
इस दौरान सदस्यों ने देखा कि हिमाचल विधानसभा में प्रसीडिंग कैसे होती है. उड़ीसा विधानसभा के स्पीकर सूर्य नारायण पात्र ने बताया कि हिमाचल प्रदेश ई विधान प्रणाली देश में सबसे के लिए रोल मॉडल बनी हुई है. ई-विधान प्रणाली लागू होने से हिमाचल प्रदेश 6 हजार पौधों को कटने से बचा रही है जो कि पर्यावरण की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है.
उड़ीसा विधानसभा अध्यक्ष में कहा कि उन्होंने इस दौरान हिमाचल विधानसभा के प्रश्नकाल और जीरो हॉर्स को भी देखा. विधानसभा का प्रश्नकाल काफी अच्छा था सभी सदस्यों ने प्रश्न भी सही से पूछे और जवाब भी सही से दिए गए. उड़ीसा की सरकार भी हिमाचल विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को लागू करने पर विचार कर रही है. उड़ीसा विधानसभा सदन में एक वर्ष में 60 बैठकें होती हैं.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की ई-विधान प्रणाली देश के सभी राज्यों के लिए रोल मॉडल बनी हुई है. उड़ीसा विधानसभा भी ई-विधान प्रणाली को अपनाना चाहती है, इसलिए उड़ीसा विधानसभा के अध्यक्ष अपने कुछ विधानसभा सदस्यों और अधिकारियों के साथ हिमाचल विधान सभा में ई-विधान सिस्टम को देखने शिमला पहुंचे हैं.
ये भी पढ़ें- सिरमौर जिला प्रशासन की अनूठी पहल, ग्रामीण क्षेत्रों में अब पॉलीथीन से बनेंगी ईंटें