शिमला: जयराम कैबिनेट ने अब प्रदेश के द्वार सबके लिए खोलने का फैसला लिया है. इसके तहत प्रदेश में आने के लिए अब लोगों को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. नोटिफिकेशन जारी होने के बाद कोई भी व्यक्ति बिना रोक-टोक हिमाचल प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर सकेगा.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना के चलते प्रदेश में आने के लिए रजिस्ट्रेशन करना जरूरी थी. अब लोगों को प्रदेश में आने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन के कारण होने वाली समस्या के बारे में कहा था, जिसे देखते हुए अब प्रदेश में आने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को खत्म कर दिया गया है.
सीएम ने कहा कि देश व प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में कोरोना से बचाव को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है. फिलहाल, अंतर राज्य बस सेवा बंद रखी गई है. बसों की आवाजाही केवल प्रदेश के अंदर ही हो सकेगी.
सीएम ने कहा कि नई गाइडलाइन के अनुसार कोरोना पॉजिटिव के अस्पताल में होम आइसोलेशन में रखा जाता है. इसके सात दिन बाद उस व्यक्ति का कोरोना टेस्ट होना चाहिए, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज को डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू होगी. कोरोना टेस्ट निगेटिव न आने पर भी 10वें दिन अस्पताल से होम आइसोलेशन के लिए भेज दिया जाए. बशर्तें तीन दिन तक मरीज को कोरोना के लक्षण न हो.
क्वारंटाइन करने पर सीएम जयराम ने कहा कि अब लोगों को ज्यादा दिन क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूर काफी संख्या में आते हैं. ऐसे में उनका कोरोना टेस्ट करवाना होगा.
इससे पहले प्रदेश में आने के लिए पर्यटकों को 96 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लानी पड़ती थी. वहीं, अब पर्यटकों को ये रिपोर्ट अपने साथ लाने की कोई जरूरत नहीं होगी.
गौरतलब है कि जयराम कैबिनेट में प्रदेश में अनलॉक 4 के दिशानिर्देशों पर चर्चा की गई. वहीं, अब इसके तहत लोगों को प्रदेश में आने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना होगा.
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