शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटकों ने रुचि नहीं दिखाई. 31 दिसंबर को जहां शिमला सहित प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों में होटल पूरी तरह से पैक रहते थे और पर्यटकों को कमरों के लिए भटकना पड़ता था, लेकिन इस बार शिमला में होटलों में 60 से 70 फीसदी ही होटलों में कमरे भरे रहे और 30 फीसदी होटलों में कमरे खाली रहे. हालांकि क्रिसमस पर शिमला पूरी तरह से पैक रहा, लेकिन नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटक नहीं पहुंचे.
हालांकि शिमला के रिज मैदान पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए खासे इंतजाम किए थे और रात को रिज पर 12 बजे तक पर्यटकों ने खूब मस्ती की. रिज मैदान पूरी तरह से भरा हुआ था, लेकिन जैसे हर साल पर्यटक पहुंचते थे वो इस बार नहीं दिखाई दिया. ऐसे में पर्यटन कारोबारी भी मायूस हैं. साल के पहले दिन सोमवार को शिमला में काफी कम पर्यटक रिज मैदान और माल रोड पर नजर आए.
शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने कहा कि नए साल मनाने के लिए काफी तादाद में पर्यटक तो आए, लेकिन शिमला शहर के होटल में ऑक्यूपेंसी 70 फीसदी तक ही रही. इसका मुख्य कारण शिमला में मौसम साफ रहना है और बर्फबारी नहीं होना है. पर्यटक बर्फबारी में नया साल मनाने के लिए शिमला आते हैं, लेकिन इस बार मौसम काफी साफ बना हुआ. हालांकि रिज माल रोड पर काफी भीड़ थी, लेकिन इसमें स्थानीय लोग ज्यादा थे और कुछ पर्यटक ऐसे थे जो दिन को आए और नया साल मना कर वापस लौट गए.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में नए साल का जश्न मनाने के लिए हर साल सैलानी यहां पहुंचते हैं और खास कर बर्फबारी की आस लेकर पहाड़ों का पर्यटक रुख करते हैं, लेकिन इस बार ना तो क्रिसमस पर और ना ही नए साल पर बर्फबारी हुई. मौसम विभाग ने पहले ही एक सप्ताह तक मौसम साफ रहने को लेकर आशंका जताई थी जिसके बाद पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख नहीं किया.
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