शिमला: पीसीसी चीफ कुलदीर राठौर ने रविवार को शिमला में जयराम सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी राज में प्रदेश में आए दिन महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं.
कुलदीप राठौर ने कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा हिमाचल को पहले महिलाओं के लिए बेहद सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब हर रोज प्रदेशभर में कहीं न कहीं छात्राओं और महिलाओं से बलात्कार और यौन-उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं.
बीते छह महीनों में प्रदेशभर में दुष्कर्म के अब तक 151 मामले विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज हुए हैं. जुलाई महीने में प्रदेश में 10 से अधिक दुष्कर्म के केस दर्ज हो चुके हैं. कुलदीप राठौर ने कहा कि जयराम सरकार कानून व्यवस्था को कायम रखने में अब तक पूरी तरह से नाकाम रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने जयराम सरकार पर आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले शिमला में चलती गाड़ी में हरियाणा की एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. मामले की जांच को लेकर प्रदेश सरकार ने एसाआईटी का गठन किया था, लेकिन अभी तक दोषियों को पकड़ा नहीं जा सका है, जिससे सरकार और कानून की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है. उन्होंने कहा की ऐसा ही हाल रहा तो कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने से गुरेज नहीं करेगी.
बता दें कि बीते कुछ समय से महिलाओं के साथ आपराधिक मामलों में शिमला और कांगड़ा जिला सबसे ऊपर रहे हैं. हिमाचल में इस साल 6 महीने में अब तक बलात्कार के 151 मामले दर्ज हुए हैं. इनमें सबसेअधिक 27 मामले जिला शिमला के तहत दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही जिला कांगड़ा में 22 मामले दर्ज हुए हैं.
इसी तरह पुलिस ने बद्दी में 9, बिलासपुर में 7, चंबा में 7, हमीरपुर में 3, किन्नौर में 4, कुल्लू में14, मंडी में16, सिरमौर में 17, सोलन में16 और जिला ऊना के तहत 7 केस दर्ज किए हैं. लहौल-स्पीति ही एक मात्र जिला है, जहां बीते छह महीने में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है.
वहीं, साल 2018 में 345 मामले सामने आए थे. प्रदेश में बीते दो सालों से रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में साल 2014 में रेप के 284 मामले दर्ज हुए थे, साल 2015 में 244, साल 2016 में भी 244, साल 2017 में 249 केस दर्ज हुए थे.