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नगर निगम शिमला तहबाजारियों से हर साल वसूलेगा 6000 रुपए, बिना पंजीकरण के बैठने वालों पर होगी कार्रवाई

नगर निगम शिमला अब शहर के बाजारों में बैठने वाले तहबाजारियों से हर साल 6000 रुपए वसूलेगा. वहीं, शहर में बिना पंजीकरण के बैठने वाले तहबाजारियों पर पुलिस की मदद से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. (MC Shimla meeting on street vendors)

MC Shimla meeting on street vendors.
तहबाजारियों को लेकर नगर निगम शिमला की बैठक.
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Published : Jan 22, 2023, 12:30 PM IST

Updated : Jan 22, 2023, 12:46 PM IST

तहबाजारियों के साथ नगर निगम शिमला की बैठक.

शिमला: राजधानी शिमला के बाजारों में बैठने वाले तहबाजारियों से नगर निगम हर साल 6000 रुपए वसूलेगा. इसके अलावा जो बिना अनुमति के शहर में बैठते हैं, उनसे न फीस ली जाएगी और न ही उन्हें बाजार में बैठने दिया जाएगा. जिसके लिए पुलिस की मदद ली जाएगी. शनिवार को नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. जिसमें तहबाजारी यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में शहर में नई वेडिंग जोन तलाशने का फैसला लिया गया.

इसके अलावा शिमला शहर में तहबाजारियों को बैठाने की क्षमता को लेकर सर्वे किया जाएगा. राजधानी और इसके आसपास के उपनगरों में कितने तहबजारी बैठ सकते हैं. इसके लिए सर्वे किया जाना है. पहली बार फील्ड में जाकर निगम के कर्मचारी सर्वे करेंगे. नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शहर में नए वेंडिंग जोन तलाशे जाएंगे. इसके अलावा बाजार में जिन लोगों ने अवैध तरीके से सामान लगाया है, इनके साथ ही जिन कारोबारियों ने दुकानों से बाहर अपना सामान लगाया है, इन्हें पुलिस की मदद से हटाया जाएगा.

MC Shimla meeting on street vendors.
तहबाजारियों को लेकर नगर निगम शिमला की बैठक.

इसके साथ ही जिन कारोबारियों ने अपनी दुकानें आगे बढ़ा रखी है. उन पर कार्रवाई करने के लिए भी पुलिस की मदद ली जाएगी. नगर निगम शिमला में हुई बैठक के दौरान हाईकोर्ट के 2014 में जारी फैसले के मुताबिक उसे लागू करने के लिए पुलिस की मदद ले जाने का फैसला भी लिया है. शिमला तहबाजारी यूनियन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि तहबाजारियों को लेकर आज नगर निगम के साथ बैठक की गई. उन्होंने कहा कि बैठक में शहर में बिना पंजीकरण के बैठ रहे तहबाजारियों पर कार्यवाई का फैसला लिया गया है. इसके अलावा सन्डे मार्किट में बाहरी राज्यों के लोगों को न आने देने की मांग भी की गई.

ये भी पढ़ें: आफत बने तहबाजारी! सड़क पर जगह न होने से लोअर बाजार में फंसी एंबुलेंस, बड़ी मुश्किल से अस्पताल पहुंचा मरीज

तहबाजारियों के साथ नगर निगम शिमला की बैठक.

शिमला: राजधानी शिमला के बाजारों में बैठने वाले तहबाजारियों से नगर निगम हर साल 6000 रुपए वसूलेगा. इसके अलावा जो बिना अनुमति के शहर में बैठते हैं, उनसे न फीस ली जाएगी और न ही उन्हें बाजार में बैठने दिया जाएगा. जिसके लिए पुलिस की मदद ली जाएगी. शनिवार को नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. जिसमें तहबाजारी यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में शहर में नई वेडिंग जोन तलाशने का फैसला लिया गया.

इसके अलावा शिमला शहर में तहबाजारियों को बैठाने की क्षमता को लेकर सर्वे किया जाएगा. राजधानी और इसके आसपास के उपनगरों में कितने तहबजारी बैठ सकते हैं. इसके लिए सर्वे किया जाना है. पहली बार फील्ड में जाकर निगम के कर्मचारी सर्वे करेंगे. नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शहर में नए वेंडिंग जोन तलाशे जाएंगे. इसके अलावा बाजार में जिन लोगों ने अवैध तरीके से सामान लगाया है, इनके साथ ही जिन कारोबारियों ने दुकानों से बाहर अपना सामान लगाया है, इन्हें पुलिस की मदद से हटाया जाएगा.

MC Shimla meeting on street vendors.
तहबाजारियों को लेकर नगर निगम शिमला की बैठक.

इसके साथ ही जिन कारोबारियों ने अपनी दुकानें आगे बढ़ा रखी है. उन पर कार्रवाई करने के लिए भी पुलिस की मदद ली जाएगी. नगर निगम शिमला में हुई बैठक के दौरान हाईकोर्ट के 2014 में जारी फैसले के मुताबिक उसे लागू करने के लिए पुलिस की मदद ले जाने का फैसला भी लिया है. शिमला तहबाजारी यूनियन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि तहबाजारियों को लेकर आज नगर निगम के साथ बैठक की गई. उन्होंने कहा कि बैठक में शहर में बिना पंजीकरण के बैठ रहे तहबाजारियों पर कार्यवाई का फैसला लिया गया है. इसके अलावा सन्डे मार्किट में बाहरी राज्यों के लोगों को न आने देने की मांग भी की गई.

ये भी पढ़ें: आफत बने तहबाजारी! सड़क पर जगह न होने से लोअर बाजार में फंसी एंबुलेंस, बड़ी मुश्किल से अस्पताल पहुंचा मरीज

Last Updated : Jan 22, 2023, 12:46 PM IST
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