शिमला: समर फेस्टिवल में हिमाचली व्यजनों की महक और स्वाद पर्यटकों को खूब भा रहा है. ये व्यंजन किसी एक्सपर्ट शैफ के हाथों से नहीं बल्कि महिला मंडल और स्वयं सहायता समूहों ने बनाए हैं.
महिलाएं इन स्टॉल्स पर सिड्डू, असकलु, लस्सी, मक्की की रोटी, पूटानडे, दही भल्ला, कचोरी, मालपुआ और अन्य हिमाचली व्यजंन बना कर पर्यटकों को परोस रही हैं. वहीं, कुछ स्टॉलों पर महिलाओं को दिन में हजारों रुपये की आजीविका हो रही है. स्वयं सहायता समूह में शामिल महिलाओं का कहना है कि महिलाएं घर के चूल्हे-चौके से बाहर निकल कर अपनी पहचान बना सकती हैं. स्वयं सहायता समूह की मदद से महिलाएं इस तरह के व्यजंन बनाना सीखने के साथ ही कढ़ाई, बुनाई, आचार, पापड़ बनाना सीखने के साथ ही अन्य कई तरह के काम सीख कर खुद को आत्मनिर्भर बना सकती हैं.
महिलाओं का कहना है ये पहला अवसर है जब उन्हें समर फेस्टिवल में स्टॉल लगाने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के अवसर मिलने चाहिएं, जिससे महिलाएं खुद को साबित करने के साथ आत्मनिर्भर हो सकती हैं.