शिमला: आईएएस अधिकारी के खिलाफ फर्जी पत्र वायरल करने के मामले में अब शिमला पुलिस विधायक को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है. इस मामले में भाजपा के एक विधायक का नाम सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में इस पत्र के सूत्रधार यानी पत्र लिखने वाले को तलाशना शुरू कर दिया है. पुलिस का दावा है कि आने वाले 5 से 6 दिनों में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है. इसी बीच शिमला पुलिस इस मामले से जुड़े सभी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाना शुरू कर दिया है.
सूत्रों की मानें तो शिमला पुलिस ने बीजेपी विधायक को भी इस मामले में पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी कर ली है. पुलिस का मानना है कि पत्र वायरल करने और इस पत्र को किसने लिखा है, इस पूरे मामले में तहकीकात किए जाने के बाद सभी से पूछताछ की जाएगी. इस मामले में किसी भी तरह से जुड़े हर व्यक्ति से पूछताछ की जानी है. बता दें कि इस पत्र को विधायक के शिमला के पत्ते पर भेजा गया था और इसे चंबा से वायरल किया गया है. अब इस पत्र को वायरल करने वाले तक पुलिस पहुंच चुकी है. साथ ही पुलिस अब इस मामले में पत्र को लिखने वाले तक पहुंचाने के लिए तैयारी कर रही है.
शिमला पुलिस अब इस मसले पर भी जांच कर रही है कि यह पत्र विधायक को ही क्यों भेजा गया. इसलिए पुलिस के लिए जांच का बिंदु है कि इस मामले में आखिर विधायक को ही क्यों चुना गया. इस पूरे मामले में शिमला पुलिस के पास एक ही लिफाफा है. जिस पर पत्र भेजने वाले ने हाथ से लिखा है. इसके अलावा कोई भी हस्तलिखित सबूत नहीं है. इसलिए हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से शिमला पुलिस पूरा काम करवाने के बाद ही इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचेगी.