शिमला: कोरोना संकट पर सरकार की ओर से की गई व्यवस्था और आगामी रणनीति पर विधायकों ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. इसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के साथ मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. विपक्ष के नेता सहित सत्ता पक्ष व विपक्ष के 17 सदस्य विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार के पास पहुंचे और 2 से 3 दिन का विशेष सत्र बुलाने की मांग उठाई. इस सत्र में सिर्फ कारोना से पैदा हुई स्थिति पर चर्चा की जाएगी.
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि दोनों पक्षों के सदस्यों ने उनसे आज कोविड-19 को लेकर 2 या 3 दिन का विशेष सत्र बुलाने की मांग उठाई है, जिस पर विचार करने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा. कारोना महामारी के बीच सदस्यों की हर बात को मानना विधानसभा का भी कर्तव्य है.
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि कारोना महामारी के बीच दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सार्थक चर्चा करने की जरूरत है. विपक्ष ने मार्च बजट सत्र में भी मांग की थी, लेकिन किसी कारणवश कारोना पर चर्चा नहीं हो सकी थी. अब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर कारोना से उतपन्न स्थिति पर विचार करना चाहिए, जिससे प्रदेश में कारोना से हुए नुकसान व समस्याओं पर चर्चा की जा सके. वहीं बीजेपी के विधायक राकेश पठानिया ने भी कारोना को लेकर विशेष सत्र बुलाने की मांग उठाई और कहा कि हिमाचल के विधायक अपना पूरा वेतन कोविड फंड में दे रहे हैं.
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