शिमला: पर्यटकों के हिमाचल आने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर सोमवार को सचिवालय के बाहर कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिग को लेकर नेताओं पर मामले दर्ज करने पर मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर भड़क गए. उन्होंने मुख्यमंत्री और परिहवन मंत्री पर ही मामले दर्ज करने की मांग की.
राठौर ने कहा कि सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दोहरे मापदंड है. एक तरफ सरकार ने बसों में भीड़ भरने की छूट दे दी है और दूसरी तरफ सड़क पर चलने वालों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर मामले दर्ज किए जा रहे है. ऐसे में सबसे पहले मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री पर ही मामले दर्ज होने चाहिए .
राठोर ने कहा कि सरकार ने ही बसों में 100 फीसदी यात्रियों को बैठने की अनुमति दी है तो क्या सड़क पर चलने वालों को कोरोना होगा और बसों में कोरोना नहीं फैलेगा. बीजेपी नेताओं के कार्यक्रम में कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता है और कांग्रेस के कार्यक्रमों में ही मुख्यमंत्री को सोशल डिस्टेंसिंग की बात याद आती है.
मुख्यमंत्री को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए और जिम्मेदारी के साथ बयानबाजी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी हिमाचली लोगों को वापिस लाने का विरोध नहीं किया बल्कि पर्यटकों को हिमाचल में न आने देने की मांग की है. यह सरकार खुद कोई फैसला नहीं कर पाती है और केंद्र के इशारों पर ही काम करती आई है.
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस ने सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया था और इस दौरान सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया गया व एक दर्जन नेताओं पर मामले भी दर्ज किए गए है.