शिमला: जिला शिमला से लापता हुए युवक के सुसाइड केस में लापरवाही बरतने पर कसुम्पटी चौकी इंचार्ज और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. इन पर आरोप है कि ये युवक को ढूंढने में लगातार लापरवाही बरतते रहे और युवक का शव पुलिस चौकी से करीब 50 मीटर दूर ही लटका हुआ था. इससे पहले बीते शनिवार देर रात को परिजनों ने शव लेकर डीसी ऑफिस के बाहर खूब प्रदर्शन किया. इससे पहले एसपी कार्यालय की तरफ शव लेकर बढ़ रहे परिजनों व पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई. परिजन देर रात तक एसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर प्रदर्शन करते रहे. इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. परिजनों ने आरोप लगाया कि अभिषेक की हत्या हुई है. मृतक नाबालिग के दादा ने कहा कि जिन लोगों पर हत्या का शक था, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. वहीं, हंगामा बढ़ता देख एसपी शिमला संजीव गांधी भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाकर शांत किया.
एसआईटी गठित, एक हफ्ते के अंदर देंगे रिपोर्ट: इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई. एक सप्ताह के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट मांगी गई है. एसपी शिमला खुद पूरे मामले की जांच पर नजर रखेंगे. एएसपी सुनील नेगी पूरे मामले की जांच करेंगे. इस जांच में साइबर सेल के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा. मृतक के मोबाइल रिकॉर्ड और लोकेशन का भी पूरा डाटा लिया जाएगा. साथ ही पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है. हालांकि, पुलिस की और से जो प्राथमिक जांच की गई है, उससे साफ है कि युवक ने सुसाइड किया है.
28 दिन से लापता था युवक: शहर से पिछले 28 दिन से लापता युवक का शव कसुम्पटी पुलिस स्टेशन के साथ लटका था परिजनों ने इसे मर्डर करार दिया है. परिजनों का कहना है कि युवक की हत्या कर उसे लटकाया गया है. युवक अभिषेक पुत्र वीर सिंह निवासी बाली कोटी, तहसील शिलाई, जिला सिरमौर पिछले 29 अप्रैल से लापता था. युवक शिमला में रह रहा था और संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक गायब हो गया. पुलिस ने भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर इसकी तलाश शुरू की. पुलिस के अनुसार युवक को आखिरी बार 29 अप्रैल की सुबह साढ़े 9 बजे रानी ग्राउंड, कसुम्पटी के पास देखा गया था. उसके बाद युवक को किसी ने नहीं देखा. ऐसे में परिजनों का आरोप है कि इसे मारकर पेड़ से लटकाया गया.