शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को घेरते हुए कहा है कि हिमाचल में मुख्यमंत्री तानाशाही से सरकार चलाना चाहते हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिसे मन आया निकाल फेंका, जो मन में आया बंद कर दिया. मुख्यमंत्री यह भूल रहे हैं कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में तानाशाही का स्थान नहीं होता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी में सात-साल से सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को एक झटके में निकाल दिया. एक बार भी उनके बारे में नहीं सोचा गया कि उनके परिवार का क्या होगा. आज समाचारों के माध्यम से जो नौकरी के लिए रोते महिला सुरक्षा कर्मियों का जो वीडियो सामने आया है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि महज दस महीनें में ही इस सरकार ने किस कदर हालत खराब कर दिए हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि आखिर कांग्रेस के दिल्ली से लेकर सभी स्थानीय नेता भी हर भाषा में यही समझाते थे कि पहले कैबिनेट में ही एक लाख रोजगार देंगे. उन्होंने कहा कि रोजगार नहीं देना है तो मत दो, लेकिन जिनके पास कोई रोजगार है उसे तो मत छीनों. दस महीनें में दस हजार लोगों की नौकरियां छीनना कांग्रेस के मुख्यमंत्री की उपलब्धि है. जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि वे प्रदेश के आपदा प्रभावितों के साथ थोड़ा रहम कर दें और बड़ा दिल दिखाएं. कठिन परिस्थितियों में सरकारें लोगों के जख्मों पर मरहम लगाती हैं उन्हें कुरेदती नहीं हैं, लेकिन वर्तमान सुक्खू सरकार आपदा प्रभावितों के जख्मों पर हर दिन अपने किसी न किसी फैसले से नमक रगड़ रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा आते ही मुख्यमंत्री ने डीजल के दामों में पांच रुपये की बढ़ोतरी कर दी. इसके बाद रेत-बजरी जैसी निर्माण सामग्रियों की आपूर्ति करने वाले क्रशर बंद कर दिए. आपदा के समय में एक महीनें के भीतर कांग्रेस सरकार ने दो बार सीमेंट दाम बढ़ा दिए. जो हमें उपदेश देते थे कि प्रदेश में सीमेंट के उद्योग लगे हैं, इसलिए सीमेंट के दाम नहीं बढ़ने चाहिए. वही लोग आपदा के समय में एक महीनें में दो-दो बार और दस महीनें में चार बार सीमेंट के दाम बढ़ा दिए. आपदा के समय में सरकार का यह कदम अमानवीय है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि कि सरकारें विकास करने के लिए होती हैं. चुनावी वादें पूरी करने के लिए होती हैं न कि पहले से जो विकास हुआ है उसे भी रोकने के लिए. कांग्रेस ने दस महीनें में प्रदेश को दस साल पीछे धकेल दिया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस तरह की तानाशाही नहीं चलेगी, सरकार आईजीएमसी के सुरक्षाकर्मियों के बारे में मानवीय दृष्टिकोण दिखलाए. जयराम ठाकुर कहा कि प्रदेश में सर्दी का मौसम शुरू हो गया है. ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फ भी पड़ गई है इसलिए समय न बर्बाद करते हुए आपदा प्रभावितों को जल्दी से जल्दी राहत देने का काम करे.