शिमला: होम आइसोलेट कोविड रोगियों को आयुष घर द्वार योजना के तहत जूम एप, व्हाट्सएप से योग क्रियाएं करवाई जा रही हैं. स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि इससे जहां कोरोना संक्रमितों को शारीरिक रूप से फायदा हो रहा है वहीं, मानसिक रूप से भी लाभ मिल रहा है. योग की सहायता से कोरोना संक्रमितों के जीवन स्तर में सुधार करना, मृत्यु दर को कम करना, कोविड के गंभीर दुष्प्रभावों को कम करना और रोगियों का बेहतर पुनर्वास सुनिश्चित बनाना है.
कोविड रोगी कर रहे हैं योग
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश के 16,303 कोविड रोगी योग कर रहे हैं. इसके लिए कुल 985 वर्चुअल समूह बनाए गए हैं. सबसे अधिक सोलन में 79 वर्चुअल समूह के माध्यम से 2970 रोगी योग का लाभ ले रहे हैं. कांगड़ा जिले में 249 वर्चुअल समूहों के माध्यम से 2836 कोरोना संक्रमित, मंडी में 138 वर्चुअल समूहों के माध्यम से 1992 रोगी, चंबा में 117 समूहों के माध्यम से 1145 रोगी, हमीरपुर में 83 वर्चुअल समूहों के माध्यम से 1688 रोगी, बिलासपुर में 70 समूहों के माध्यम से 1222 रोगी, ऊना में 67 समूहों के माध्यम से 1262 रोगी, सिरमौर में 65 वर्चुअल समूहों के माध्यम से 1650, शिमला में 61 समूहों के माध्यम से 681, कुल्लू में 28 समूहों के माध्यम से 644, किन्नौर में 20 समूहों के माध्यम से 120, लाहौल-स्पीति में आठ वर्चुअल समूहों के माध्यम से 93 कोरोना पॉजिटिव रोगी योग कर रहे हैं.
कोविड संक्रमण दर को कम करने में मिली मदद
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि आयुष घर द्वार कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य योग और आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना संक्रमित रोगियों के स्वस्थ होने की दर को बढ़ाना है. आयुष घर द्वार कार्यक्रम बहुत कम समय में रोगियों का संबल प्रदाता बनकर उभरा है. इसके माध्यम से कोविड संक्रमण दर को कम करने में सहायता भी प्राप्त हो रही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत का बढ़ता आंकड़ा चिंता का कारण बना हुआ है.
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