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नशे का जाल: हिमाचल में एक महीने में एनडीपीएस के 138 मामले दर्ज, मंडी-कुल्लू टॉप पर

हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल बढ़ता ही जा रहा है. हिमाचल में एक महीने में एनडीपीएस के 138 मामले दर्ज किए गए हैं. इस सूची में मंडी और कुल्लू जिला टॉप पर हैं.

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हिमाचल में एक महीने में एनडीपीएस के 138 मामले दर्ज
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Published : Mar 1, 2021, 9:36 PM IST

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में नए साल में एक ही महीने में एनडीपीएस के 138 मामले दर्ज किए गए. मंडी व कुल्लू जिला इस मामले में सबसे आगे रहे. विधानसभा में हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर के सवाल पर लिखित जवाब में यह जानकारी सामने आई. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने बताया कि इस समय राज्य में छह नशा निवारण केंद्र चलाए जा रहे हैं. इन री-हैबीटेशन सेंटर में नशे का शिकार युवाओं का उपचार किया जाता है.

मंडी-कुल्लू टॉप पर

लिखित जवाब में बताया गया कि एक महीने यानी जनवरी 2021 में पुलिस जिला बद्दी में एनडीपीएस के 4, बिलासपुर में 9, चंबा में 8, हमीरपुर में 9, कांगड़ा में 15, किन्नौर में 3, कुल्लू में 25, लाहौल-स्पीति में शून्य, मंडी में 26, शिमला में 15, सिरमौर में 5, सोलन में 10 व ऊना में 9 मामले सामने आए. कुल मामले 138 दर्ज किए गए. लाहौल-स्पीति में एनडीपीएस के मामले अमूमन देखने को नहीं मिलते हैं. यहां बता दें कि कुल्लू में नशे के अंतरराष्ट्रीय तस्कर भी पकड़े गए हैं.

लोक निर्माण विभाग में 265 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार

वहीं, एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में जानकारी मिली है कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग में इस साल 31 जनवरी तक 265 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार प्रदान किया गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक विक्रम सिंह जरयाल के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि विभाग के पास कुल 1006 लोगों ने करूणामूलक आधार पर नौकरियों के लिए आवेदन किया था. इनमें से 741 मामले अभी लंबित हैं. सरकार ने इस तरह की नौकरियों के नियमों में संशोधन किया है. अब नियम पहले से अधिक सरल बनाए गए हैं.

ये भी पढ़ें- विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेसी विधायक

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में नए साल में एक ही महीने में एनडीपीएस के 138 मामले दर्ज किए गए. मंडी व कुल्लू जिला इस मामले में सबसे आगे रहे. विधानसभा में हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर के सवाल पर लिखित जवाब में यह जानकारी सामने आई. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने बताया कि इस समय राज्य में छह नशा निवारण केंद्र चलाए जा रहे हैं. इन री-हैबीटेशन सेंटर में नशे का शिकार युवाओं का उपचार किया जाता है.

मंडी-कुल्लू टॉप पर

लिखित जवाब में बताया गया कि एक महीने यानी जनवरी 2021 में पुलिस जिला बद्दी में एनडीपीएस के 4, बिलासपुर में 9, चंबा में 8, हमीरपुर में 9, कांगड़ा में 15, किन्नौर में 3, कुल्लू में 25, लाहौल-स्पीति में शून्य, मंडी में 26, शिमला में 15, सिरमौर में 5, सोलन में 10 व ऊना में 9 मामले सामने आए. कुल मामले 138 दर्ज किए गए. लाहौल-स्पीति में एनडीपीएस के मामले अमूमन देखने को नहीं मिलते हैं. यहां बता दें कि कुल्लू में नशे के अंतरराष्ट्रीय तस्कर भी पकड़े गए हैं.

लोक निर्माण विभाग में 265 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार

वहीं, एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में जानकारी मिली है कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग में इस साल 31 जनवरी तक 265 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार प्रदान किया गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक विक्रम सिंह जरयाल के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि विभाग के पास कुल 1006 लोगों ने करूणामूलक आधार पर नौकरियों के लिए आवेदन किया था. इनमें से 741 मामले अभी लंबित हैं. सरकार ने इस तरह की नौकरियों के नियमों में संशोधन किया है. अब नियम पहले से अधिक सरल बनाए गए हैं.

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