शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस और भारतीय स्टेट बैंक के बीच एक एमओयू साइन हुआ है. इस एमओयू के अनुसार पुलिस कर्मियों को अब वेतन खातों पर विशेष लाभ मिलेंगे. इसके अलावा ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर मुआवजा भी मिलेगा.
एमओयू के अनुसार यदि किसी पुलिसकर्मी की सेवा काल में किसी प्रकार की दुर्घटना से मृत्यु होगी तो 30 लाख रुपयों का मुआवजा एसबीआई सैलरी पैकेज अकाउंट के वेतन खाताधारकों के परिवार को मिलेगा. यदि प्राकृतिक कारणों से मृत्यु होगी तो भी मृतक के निकटतम परिजन को 2 लाख का मुआवजा मिलेगा.
अधिकतर पुलिसकर्मी अत्यंत साधारण पृष्ठभूमि से होते हैं और उनकी असमय मृत्यु उनके परिवार के लिए आर्थिक समस्या खड़ी कर देती है. हालांकि, मुआवजा मृत्यु की भरपाई तो नहीं कर सकता पर फिर भी परिवार को आर्थिक सहायता से कुछ राहत मिलेगी.
इससे पहले मृतक के परिजनों की सहायता के लिए पुलिसकर्मी अपनी ओर से योगदान करते थे, लेकिन अब परिवारों को बैंक से सीधा मुआवजा मिल जाएगा. हाल ही में कांगड़ा के स्वर्गीय मुख्य आरक्षी मलकीयत सिंह की विधवा को बैंक से 30 लाख रुपये का मुआवजा मिला है.
मलकियत सिंह की एक दुखद सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. इसके अलावा सीटीएस के स्वर्गीय उप निरीक्षक भगत सिंह ठाकुर और कांगड़ा के स्वर्गीय आरक्षी सनबीर सिंह के परिवारों को भी दो-दो लाख रुपयों का मुआवजा मिला है.
उक्त दोनों पुलिस कर्मियों की मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई थी. पुलिस विभाग ने तीनों मृत पुलिस कर्मियों की विधवाओं से बात करके सांत्वना दी और बीमा राशि उनके खातों में पहुंच गयी है, इसकी भी पुष्टि की.